देहरादून: उत्तराखंड में मानसून की विदाई के बाद से मौसम शुष्क बना हुआ है। लेकिन, रविवार को प्रदेश में मौसम का मिजाज बदल सकता है। मौसम विभाग ने ज्यादातर इलाकों में भारी बारिश और अंधड़ की चेतावनी जारी की है। इसके अलावा ओलावृष्टि और हल्के हिमपात के भी आसार बन रहे हैं। इसके बाद ठंड में भी इजाफा हो सकता है।
पंजाब और पाकिस्तान की ओर से पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो गया है। शनिवार रात तक इसके उत्तराखंड समेत आसपास के हिमालयी क्षेत्र से टकराने की आशंका है। जिसके चलते रविवार और सोमवार को उत्तराखंड में कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है। वहीं, मैदानों में अंधड़ और ओलावृष्टि के भी आसार हैं। मौसम विभाग ने मंगलवार तक चोटियों पर हल्का हिमपात होने की भी आशंका जताई है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने मौसम के तेवर तल्ख होने को लेकर आरेंज अलर्ट जारी किया है। उन्होंने मैदानों में ओलावृष्टि और अंधड़ को लेकर सतर्क रहने की सलाह दी है। साथ ही तापमान में भी भारी गिरावट आने की संभावना जताई है।
मौसम में बदलाव तबीयत न कर दे नासाज
गांधी शताब्दी चिकित्सालय के वरिष्ठ फिजिशियन डा. प्रवीण पंवार के अनुसार तापमान में असमानता से विभिन्न प्रकार के वायरस और बैक्टीरिया सक्रिय हो जाते हैं। यह मौसम वायरस-बैक्टीरिया के पनपने के लिए अनुकूल होता है। जो इंसान के शरीर में आसानी से प्रवेश कर जाते हैं। यह तबीयत नासाज करने के साथ ही प्रतिरोधक क्षमता को भी प्रभावित करते हैं।
इन बातों का रखें ख्याल
- शरीर को गर्म कपड़ों से ढकें, खासतौर पर पैर, सिर और कान खुले न रखें।
- तले हुए और सैचुरेटेड खाद्य पदार्थों का सेवन न करें, फल और सब्जियों का भरपूर मात्र में सेवन करें।
- गुनगुने पानी का पर्याप्त मात्रा में सेवन करें।
- नियमित रूप से व्यायाम करें, रोजाना मार्निंग वाक करें।
- कम से कम 7-8 घंटे की नींद लें।
- अपने ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रोल पर नियंत्रण रखने का प्रयास करें।
खानपान का रखें विशेष ध्यान
दून मेडिकल कालेज अस्पताल की डायटीशियन ऋचा कुकरेती बताती हैं कि ऐसे मौसम में अच्छे खानपान की जरूरत भी अलग होती है। जिसमें कैलोरी, प्रोटीन, आयरन, सोडियम व पोटेशियम अहम हैं। संतुलित भोजन लेकर इम्युनिटी के साथ शरीर के तापमान को बढ़ाया जा सकता है। हरी पत्तेदार सब्जियों में फाइबर, फालिक एसिड, विटामिन सी, पोटेशियम, मैग्नीशियम और अन्य पोषक तत्व पर्याप्त मात्रा में होते हैं। विटामिन-सी से भरपूर फलों का सेवन प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाता है।