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उत्तराखंड: विभाग के पुर्नगठन पर सहायक वन कर्मचारी संघ की विशेष चर्चा , कहा – कोरोना के कारण जान गवाने वाले कर्मियों के परिवारों को किया जाए तुरंत भुगतान

In the meeting of Uttarakhand Assistant Forest, Employees Union, some important decisions have been taken along with special discussion on the reorganization of the department. During the discussion, where the talk of increasing the posts from forest constable to forest officer was presented, there was a lot of emphasis on not abolishing any range. Apart from this, discussion has also been given on the payment of their dues to the families of the forest department officials who lost their lives due to Kovid-19 at the earliest and government service to the eligible. Giving equal importance to the education and health of the children of field workers, the topic of giving them residential allowance was also a primary point of discussion. Not only this, the demand has also been raised prominently in the meeting for raising the pay scale, under which there is an emphasis on giving grade pay of Rs 2800 to the constable, Rs 4600 of the forest inspector, Rs 4800 of the sub-inspector, and Rs 5400 of the forest officer. In the meeting with the consent of all, Brijmohan Rawat was nominated as Senior Joint Minister in place of Rajendra Singh Sawat of Assistant Employees Union, Uttarakhand and Balwant Singh Jangpangi has been made media in-charge Garhwal in place of Jamar Singh Nautiyal. While the meeting was presided over by State President Indermohan Kothari, the same was conducted by State General Secretary Swarup Chand Ramola. It is worth noting that to take action on the demand letter given by the Assistant Forest Employees Union, discussions will be held with the Chief Conservator of Forests, Uttarakhand. In this discussion, the main demand will be to get the mandate issued specifically on all the demands. Let us tell you, in the meeting of the State General Secretary Upa Forest Officers Association Uttarakhand Pramod Dhyani, State President of Auxiliary Employees Union Uttarakhand Inder Mohan Kothari, Union State General Secretary Swarup Chand Ramola, Deputy Forest Officers Association Jitendra Singh Gusai and other members of Auxiliary Employees Union were present. are.

देहरादून – उत्तराखण्ड सहायक वन, कर्मचारी संघ की बैठक में विभाग के पुर्नगठन पर विशेष चर्चा करने के साथ ही कुछ महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं। चर्चा के दौरान जहां वन  आरक्षी  से लेकर वन क्षेत्राधिकारी  तक के पदों को बढ़ाए जाने की बात पेश की गई तो वंही किसी भी रेंज को समाप्त न किए जाने पर भी खासा ज़ोर देखने को मिला। इसके अलावा कोविड -19 के कारण  वन विभाग के जिन अधिकारियो ने जान गंवाई, उन कर्मचारियों के परिवार को उनके देयको का भुगतान जल्द से जल्द किए जाने और पात्रता रखने वाले को राजकीय सेवा दी जाने पर भी चर्चा की गई है। फील्ड कर्मियों के बच्चों की शिक्षा और स्वास्थ्य को भी बराबर की महत्त्वता देते हुए उन्हें आवासीय भत्ता देने का विषय भी चर्चा का एक प्राथमिक बिंदु रहा।

इतना ही नहीं बैठक में वेतनमान उच्चीकरण के लिए भी प्रमुखता से मांग उठाई गई है जिसके तहत आरक्षी का  2800 रुपए, वन दरोगा का 4600 रुपए ,उपराजिक  का 4800 रुपए, तथा वन क्षेत्राधिकारी का 5400 रुपए  ग्रेड पे किए जाने पर ज़ोर है। सभी की सहमति से बैठक में सहायक कर्मचारी संघ उत्तराखंड के राजेन्द्र सिंह सवत की जगह बृजमोहन रावत को प्रदेश वरिष्ठ संयुक्त मंत्री मनोनीत किए जाने के साथ ही  जमर सिंह नौटियाल के स्थान पर बलवन्त सिंह  जंगपांगी को मीडिया प्रभारी गढवाल बनाया गया है।

बैठक की अध्यक्षता जहां प्रदेश अध्यक्ष इन्द्रमोहन कोठारी द्वारा की गई तो वंही  संचालन प्रदेश महामंत्री स्वरूप चंद रमोला ने किया। गौर करने वाली बात यह है की सहायक वन कर्मचारी संघ की ओर से दिए गये मांग पत्र पर कार्यवाही करने के लिए प्रमुख वन संरक्षक उत्तराखंड से वार्ता  कर चर्चा की जायेगी। इस चर्चा में सभी मांगो पर विशेष रूप से शासनादेश जारी करवाया जाना  मुख्य  मांग रहेगी । बता दें, के बैठक में  प्रदेश महामंत्री उपवन क्षेत्राधिकारी संघ उत्तराखंड प्रमोद ध्यानी ,  सहायक कर्मचारी संघ उत्तराखंड के प्रदेश अध्यक्ष इंद्र मोहन कोठरी, संघ के प्रदेश महामंत्री स्वरूप चन्द रमोला, उप वन क्षेत्राधिकारी संघ जितेन्द्र सिंह गुसाई समेत सहायक कर्मचारी संघ के और भी सदस्य मौजूद रहे।

 

 

 

 

 

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