संवाददाता(देहरादून): कही आपको सर्तक किया जा रहा है तो कही आपको बोला जा रहा है कि सोशल डिस्टेंसिग का पूरी तरह से परियोग करो। वही अगर हम बात करे भाजपा नेताओं की तो उनके लिए सोशल डिस्टेंसिग आखिकार कहा गई। यह आप सभी पाठकगण दर्शायी गई फोटो को देखकर लगा सकते है कि खुद तो भाजपा नेता हाथों में गलब्स का इस्तेमाल कर रहं है पर वो छोटे बच्चे जो केवल अभी एक नादान परिर्दें है उन्हे केला तो दे रहे है पर यह नहीं देख रहे बच्चो ने मास्क तक नही पहना है व उचित दूरी तो कही पर भी नजर नहीं आ रही है।
शपथ पूरे भारत में कोरोना मुक्त की चल रही है और यहां कुठ अलग ही गुत्थी नजर आ रही है। आपको बताते चले……..
मोदी जी के मन की बात को अंधभक्ति से मनाने वाले भाजपा नेताओं का दोहरा आचरण आज खुलकर सामने आ गया है। देश को भ्रमित करना और आडम्बर रचना ही इनका एक मात्र काम है। आज उत्तराखण्ड़ में भाजपा सरकार ने मोदी जी के आवाहन के बाद एक तरफ तो शासन और प्रशासन को covid 19 से बचने के लिए सार्वजनिक स्थानों पर सोशल डिस्टेंसी, मास्क लगाने और हाथ धोने की सपथ दिलाई लेकिन उसके तुरंत बाद ही जो कार्यक्रम भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने किए, जिनमे विधानसभा अध्यक्ष और देहरादून के मेयर सुशील उनियाल गामा मौजूद थे उसमें खुलकर मोदी जी के आवाहन और सरकार की दिलाई शपथ को ताक पर रख दिया। गरीब वर्ग की जान को खतरे में डाल कर उनको केक और केले बाटने वाले भाजपा नेताओं का चाल चरित्र फिर से सामने आया है।। भाजपा नेता ही सोशल डिस्टेंसी के नियमों को तोड़ते हैं।
तस्वीरों में साफ दिख रहा है कैसे ये नेता खुद तो मास्क पहने हुए हैं यहां तक कि विधानसभा अध्यक्ष ने तो ग्लब्स भी पहने हुए हैं पर जिनको ये फल वितरण कर रहे हैं उस गरीब को ये कितना सुरक्षित कर रहे हैं साफ दिखता है और ये साबित भी हो गया है कि भाजपा वाले लगातार सोशल डिस्टेंसी तोड़ रहे है पहले भी इनके अध्यक्ष सहित कई नेताओ की इस तरह तस्वीरें सार्वजनिक हुई हैं। मैं मुख्यमंत्री जी से ये पूछना चाहता हूं कि क्यों नही इनपर कानूनी करवाई होती। क्यो पुलिस ने स्वमं संज्ञान लेकर मुकदमा पंजीकृत नही किया। ज़ीरो टॉलरेंस और भ्रष्टाचार मुक्त देश और प्रदेश देने वाली भाजपा निहायत झूठों की सरकार है।