ज्योती यादव,डोईवाला। संध्या भागीरथी स्वयं सहायता समूह द्वारा मोटे अनाज ज्वार, बाजरा, कंगणी, मंडवा, चना, देसी घी आदि सामग्री के प्रयोग से लड्डू बनाकर अपनी आजीविका को बढ़ाने का कार्य कर रही है। दीनदयाल अंत्योदय योजना राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के तहत गठित स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाएं पौष्टिक एवं स्वादिष्ट लड्डू बनाकर आत्मनिर्भर हो रही हैं।
नगर के भानियावाला में संध्या भागीरथी स्वयं सहायता समूह की महिलाएं कार्य कर रही है। जॉलीग्रांट अस्पताल द्वारा चलाए जा रहे रूरल डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट आरडीआई द्वारा पहला ऑर्डर मिल है। उन्होंने बताया की इन लड्डू को 640 रुपए प्रति किलो की दर से मार्केट में बेचा जा रहा है।
समूह अध्यक्ष कोमल देवी ने कहा की अब मोटा अनाज लोगों की थालियों से गायब हो रहा है। मोटा अनाज को पुनः लोगों तक पहुंचाने के लिए ज्वार, बाजरा, कंगणी, मंडवा, गुडऔर ड्राई फ्रूट आदि के प्रयोग से लड्डू बनाए जा रहे हैं। जो बेहद ही पौष्टिक है।
उन्होंने बताया की इस योजना से कई महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही है और अपने परिवार को आर्थिक रूप से सहायता पहुंचा रही है। कोमल देवी ने अन्य महिलाओं, ग्रहणियों से कहा की कोई भी कार्य छोटा या बड़ा नही होता है। समूह में सुषमा, शशि, रचना, सपना, सुदेश, पार्वती, सरस्वती, रीता नेगी आदि महिलाएं शामिल है।