देहरादून: परिवहन विभाग द्वारा लगातार डग्गामारी के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में बुधवार को एआरटीओ (ई) रश्मि पंत ने हरिद्वार बाईपास पर छापेमारी की। इस दौरान एक बस देहरादून से बिहार जाते हुए मिली।एआरटीओ (ई) रश्मि पंत ने जैसे ही बस को रोककर चेकिंग करने का प्रयास किया, इस दौरान चालक और परिचालक मौका पाकर फरार हो गए। इसके बाद एआरटीओ ने मौके पर विभाग से एक चालक और पुलिस को बुलाया। इस दौरान वहां एजेंट ने शुरू कर दिया।एआरटीओ सामने अपने मोबाइल के कैमरे को खोल कर उन्हें दबाव में लाने का प्रयास करने लगे करीब एक घंटे तक चले हाईवोल्टेज ड्रामे के बाद विभाग ने बस को सीज करने के साथ ही आगे की काईवाई शुरू कर दी है।
डग्गामार वाहन एजेंटों की गुंडागर्दी
आईएसबीटी, रिस्पना पुल,मोहकमपुर पुल,सेलाकुई, प्रेम नगर सहित कई स्थानों को चिन्हित कर डग्गामार वाहन एजेंट अपनी हुकूमत को कायम करने में जुटे हैं।बुधवार को एआरटीओ रश्मि पंत ने अपनी टीम के साथ जब बाईपास रोड स्थित पटेल नगर नगर थाना क्षेत्र में चेकिंग अभियान चलाया तो डग्गामारी में चल रही एक बस को रोकना उनके लिए सरदर्द बन गया। बताया गया है कि आईएसबीटी पर अपना कार्यालय खोलकर डग्गामार वाहनों का संचालन करने वाले एजेंट मौके पर पहुंचे और सीज़ भी बस को छुड़ाने का प्रयास करने लगे। यही नहीं एआरटीओ के सामने अपने मोबाइल के कैमरे को खोल कर उन्हें दबाव में लाने का प्रयास करने लगे। जिसके बाद एआरटीओ ने कानूनी कार्यवाही में बाधा डालने के चलते पुलिस को फोन कर उन्हें गिरफ्तार करा दिया। सूत्रों के अनुसार इससे पूर्व भी एजेंट कई बार हवालात के चक्कर काट चुका हैं।
बिना परमिट गाड़ियों में कोरोना के नियमों की उड़ा रहे धज्जियां
डग्गामार वाहनों में लोगों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ करने वाले एजेंट कोरोनावायरस भी भूल गए हैं।हरिद्वार बाईपास रोड पर डग्गामार वाहन एजेंट की दबंगई का हाईवोल्टेज ड्रामा घंटों तक चलता रहा। सूत्रों की माने तो डग्गामारी करने वाले एजेंट कुछ विभागों से सांठगांठ कर अपनी दबंगई को कायम रखे हुए हैं। बताया गया है कि उनकी इस करतूत में कुछ फर्जी पत्रकार भी अपनी रोटी सेकने का काम कर रहें हैं। 37 सीटर बस में 60 से ज़्यादा यात्रियों को भरकर गैर राज्यों के लिए बसों को रवाना करते हैं। कोरोना जैसी महामारी से जहां पूरा दुनिया जूझ रही है वही देहरादून में डग्गामारी कराने वाले एजेंट कोरोना नियमो की खुलेआम धज्जियां उड़ाते हुए नजर आ रहे हैं। यही नहीं एजेंट भोली भाली जनता जनता को अपने जाल में फंसा कर गैर राज्यों के लिए बिना परमिट वाली बसों में भरकर भेजते हैं। कोरोना काल के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का भी कोई ख्याल नहीं रखा जाता बिना सोशल डिस्टेंसिंग के इन बसों में यात्रियों को चढ़ा दिया जाता है। और मनचाही किराए के रूप में लोगों से रकम वसूली जाती है।
अपने जीवन के साथ खिलवाड़ करने को मजबूर यात्री
कोरोना संक्रमण के कारण हुए लॉकडाउन के बाद से अब तक बिहार के लिए कोई भी रेगुलर ट्रैन या बस का संचालन शुरू नहीं हुआ है|जिस कारण वो लोग इसी डग्गामारी में जाने को मज़बूर हैं| ऐसे में दून में रहने वाले बिहार के निवासियों को अपने घर जाने के लिए प्राइवेट बसों का ही सहारा लेना पड़ता है|
परिवहन विभाग द्वारा चलाई गई बसों से ही से ही करें सफर : रश्मि पंत
डग्गामार वाहन के संचालन को लेकर एआरटीओ रश्मि पंत ने कहा आरटीओ विभाग सिर्फ उन गाड़ियों की चेकिंग करने में जुटा है। जो बिना परमिट के अवैध रूप से सवारियों को भरकर गैर राज्यों में भेजने का काम कर रहे हैं। यही नहीं उन्होंने अपील की है कि लोग परिवहन विभाग द्वारा चलाई गई बसों से ही से ही सफर करें क्योंकि डग्गामार वाहन स्वामी कोरोना काल के दौरान बिना किसी सोशल डिस्टेंसिंग के अवैध रूप से चलाई जा रही बसों में सवारियों को भर कर उनकी जिंदगी के साथ खिलवाड़ कर रहें हैं। उनका कहना है कि डग्गामारी में चल रही बसों के एजेंट लोगों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ तो कर ही रहे हैं। साथ-साथ परिवहन विभाग को भी चूना लगा रहे हैं।उन्होने कहा की यात्री सिर्फ परिवहन विभाग द्वारा चलाई गई सरकारी बसों में ही सफर करें|