देहरादून: उत्तराखंड में नए साल का स्वागत प्रदेशवासियों और पर्यटकों ने खुले दिल से किया। हालांकि, इस बार थर्टी फस्र्ट की रात बेहद सादगीभरी है। न तो कहीं सामूहिक पार्टी का आयोजन हुआ और न ही तेज ध्वनि में संगीत सुनाई दिया। मसूरी, नैनीताल, औली, चकराता की वादियों में पर्यटकों ने परिवार संग प्रकृति की अलौकिक छटा का आनंद लेते हुए जश्न मनाया। पर्यटन स्थलों में होटल और गेस्ट हाउस पैक रहे। सर्द मौसम में रात 12 बजे तक लोग सड़कों पर घूमते नजर आए। सीमित संख्या में पर्यटकों ने होटल-रेस्तरां में भी जश्न मनाया। पुलिस भी सड़कों पर देर रात तक गश्त करती रही। सार्वजनिक स्थलों पर भीड़ जमा नहीं होने दी गई। हालांकि, पर्यटकों के घूमने-फिरने पर कोई पाबंदी नहीं थी।
नए साल की सुबह का उम्मीदों संग स्वागत
पर्यटकों ने उत्तराखंड की वादियों में नई उम्मीदों के साथ नए साल की पहली सुबह का स्वागत किया। साथ ही नए साल में कोरोना से मुक्ति की कामना भी की। नए वर्ष का जश्न मनाने के लिए देवभूमि को पर्यटक खूब पसंद करते हैं। इस बार प्रदेश में पार्टियों पर प्रतिबंध के बावजूद पर्यटकों की खासी भीड़ है। 2020 को विदाई देने और नया साल मनाने के लिए गुरुवार को प्रदेश के होटल और गेस्ट हाउस पर्यटकों से पैक हो गए। मसूरी, नैनीताल, रानीखेत, कौसानी, रामनगर, ऋषिकेश, चकराता, धनोल्टी, चोपता, औली में बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंचे हैैं। यहां वो पहाड़ी व्यंजनों का लुत्फ उठाने के साथ ही प्रदेश के लोकगीतों का भी आनंद ले रहे हैं।
मसूरी में दिनभर पर्यटकों की आमद
मसूरी में शाम तक अधिकांश होटल 90 से 100 फीसद तक बुक हो चुके थे। दोपहर बाद ङ्क्षकक्रेग-लाइब्रेरी चौक-कैंपटी रोड पर वाहनों की गतिविधि काफी बढ़ गई। जिससे जाम की स्थिति बनती रही। यातायात पुलिस और सिटी पेट्रोल यूनिट लगातार ट्रैफिक को आगे बढ़ाती रही। मोतीलाल नेहरू मार्ग पर वाहनों को खड़ा नहीं होने दिया गया। शाम पांच बजे के बाद मालरोड पर वाहनों का संचालन रोक दिया गया। कुलड़ी बाजार, लाइब्रेरी बाजार और शहीद स्थल सहित पूरी माल रोड देर रात पर्यटकों से गुलजार रही। इस दौरान आंबेडकर चौक से झूलाघर तक पटरी व्यापार सजा रहा।
स्मार्ट सिटी की वेबसाइट ठप, नहीं बने ई-पास
प्रशासन की व्यवस्था के तहत प्रत्येक पर्यटक को ई-पास होने पर ही मूसरी में प्रवेश की अनुमति है। होटल में कमरा भी ई-पास दिखाकर ही मिल सकता है। गुरुवार सुबह स्मार्ट सिटी की वेबसाइट ठप हो गई, जिससे ई-पास नहीं बनाए जा सके। सुबह 11 बजे वेबसाइट दोबारा शुरू हुई, लेकिन दोपहर करीब दो बजे फिर बंद हो गई। इसके बाद वेबसाइट शाम को चार बजे शुरू हो पाई। ऐसे में मसूरी पहुंचे पर्यटकों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।