Site icon Uttarakhand News, News in Hindi

राजधानी दिल्ली में गौ हत्या मामले में तीन आरोपी गिरफ्तार  

Police have arrested three people in three separate cases of cow slaughter in outer Delhi. Police said on Wednesday that Asif (36), his brother Mohnish (24) and another relative of his, Naeem (20) were arrested from Jamia Nagar area on Tuesday. A reward of 50-50 thousand rupees was declared on Asif and Mohnish. Police said the three accused allegedly killed cows and sold their meat at the rate of Rs 100 per kg, five teams were formed to apprehend them. According to police, the first case of cow slaughter came on 16 May when cow bones and other remains were found in an empty plot of Baprola village. The second case also came up the same day from the same village. According to the police, the third case is that of Nihal Vihar on 20 May. After investigation of these three incidents, wires were seen connecting between them and there was an indication of their involvement. After the postmortem, a case was registered under various sections of the Indian Penal Code, Delhi Agricultural Animal Protection Act and the Prevention of Cruelty to Animals Act, police said. Outer Delhi Deputy Commissioner of Police Parvinder Singh said that after examining the footage of more than 600 CCTV cameras for about a week, the vehicle used in the crime was identified. The DCP said that our teams searched over 1350 CCTV cameras and tracked the suspect vehicle. Based on the information received from the investigation, the investigation team reached Jamia Nagar. Around 110 suspects were questioned in and around Delhi. The suspects were discovered with the help of technical experts. After this he was captured from Batla House and Jamia Nagar.

बाहरी दिल्ली में गौ हत्या के तीन अलग-अलग मामलों में पुलिस तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बुधवार को बताया कि मंगलवार को जामिया नगर इलाके से आसिफ (36) उसके भाई मोहनीश (24) और उनके एक अन्य रिश्तेदार नईम (20) को गिरफ्तार किया गया। आसिफ और मोहनीश पर 50-50 हजार रुपये का इनाम घोषित था।

पुलिस ने बताया कि तीनों आरोपी कथित रूप से गायों की हत्या कर उनका मांस 100 रुपये प्रति किलोग्राम के भाव पर बेचते थे, उन्हें पकड़ने के लिए पांच टीमों का गठन किया गया था। पुलिस के मुताबिक, गौ हत्या का पहला मामला 16 मई को सामने आया था जब बापरोला गांव के एक खाली प्लॉट में गाय की हड्डियां एवं अन्य अवशेष मिले थे।

दूसरा मामला भी उसी दिन उसी गांव से सामने आया। पुलिस के मुताबिक, तीसरा मामला 20 मई का निहाल विहार का है। इन तीनों घटनास्थलों की जांच के बाद उनके बीच आपस में तार जुड़ते नजर आए और इन्हीं लोगों की संलिप्तता का संकेत मिला।

पुलिस ने बताया कि पोस्टमॉर्टम के बाद भारतीय दंड संहिता, दिल्ली कृषि पशु संरक्षण अधिनियम और पशु क्रूरता रोकथाम अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया।

बाहरी दिल्ली के पुलिस उपायुक्त परविंदर सिंह ने कहा कि करीब एक सप्ताह तक 600 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच करने के बाद इस अपराध में इस्तेमाल में लाए गए वाहन की पहचान की गई।

डीसीपी ने कहा कि हमारी टीमों ने 1350 से अधिक सीसीटीवी कैमरों को खंगाला और संदिग्ध वाहन के मार्ग पता लगाया। जांच से मिली जानकारी के आधार पर जांच दल जामिया नगर पहुंचा। दिल्ली और उसके आस-पास के करीब 110 संदिग्धों से पूछताछ की गई। तकनीकी विशेषज्ञों की मदद से संदिग्ध लोगों के बारे में पता चला। इसके बाद बाटला हाउस और जामिया नगर से उन्हें पकड़ लिया गया।

Exit mobile version