देहरादून – योग गुरु लाला रामदेव का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है । जिसने वह कहते नजर आ रहे हैं कि “किसी के बाप में दम नहीं जो मुझे अरेस्ट कर सके । इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर शोर मचाते हैं किक अरेस्ट स्वामी रामदेव कभी कुछ चलाते हैं कभी कुछ चलाते कभी ठग रामदेव, कभी महाठग रामदेव, कभी गिरफ्तार रामदेव”। आपको बता दें, बाबा रामदेव ने यब बयान ऑनलाइन मीटिंग के जरिए दिया है । उनके इस बयान ने महज कुछ घंटों में ही सुर्खियां बटोर ली थी।
गौर करने वाली बात यह है कि योग गुरु लाला रामदेव एलोपैथ को स्टूपिड साइंस बताने वाले बयान के बाद से ही चिकित्सकों के निशाने पर आ गए हैं।इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने पतंजलि योगपीठ के प्रमुख स्वामी रामदेव को मानहानि का नोटिस भेजा है. इस नोटिस में कहा गया है कि बाबा रामदेव अपने बयान के लिए 15 दिनों के भीतर माफी मांगें, नहीं तो IMA उनके खिलाफ 1000 करोड़ रुपए का दावा ठोकेगा ।
कहा से शुरू हुआ था बवाल
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि आईएमए ने सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो पर आपत्ति जताई थी जिसमें लाला रामदेव ने कहा था कि एलोपैथी ‘बकवास विज्ञान’ है । इसके साथ ही लाला रामदेव ने कहा था कि भारत के औषधि महानियंत्रक द्वारा कोविड-19 के इलाज के लिए मंजूर की गई रेमडेसिविर, फेवीफ्लू तथा ऐसी अन्य दवाएं कोविड-19 मरीजों का इलाज करने में असफल रही हैं ।लाला रामदेव ने एलोपैथी पर निशाना साधते हुए कहा था कि अगर एलोपैथी इतना ही अच्छा है और सर्वगुण संपन्न है तो डॉक्टरों को बीमार नहीं होना चाहिए ।
रामदेव ने पूछे आईएमए से 25 सवाल
वहीं दूसरी ओर योग गुरु ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक ‘खुले पत्र’ में आईएमए से 25 प्रश्न पूछे थे । . रामदेव ने आईएमए से जानना चाहा कि क्या एलोपैथी उच्च रक्तचाप और मधुमेह जैसी बीमारियों से स्थायी राहत देती है? अपने ट्विटर अकाउंट पर खुला पत्र जारी करते हुए रामदेव ने आईएमए से उनके 25 सवालों का जवाब देने को कहा था. रामदेव ने यह भी पूछा कि क्या दवा उद्योग के पास थायराइड, गठिया, अस्थमा और कोलाइटिस जैसी बीमारियों का स्थायी उपचार उपलब्ध है? साथ ही उन्होंने पूछा कि क्या एलोपैथी में फैटी लीवर और लीवर सिरोसिस की दवाएं हैं? रामदेव ने पूछा कि क्या आपके पास, ”कोलेस्ट्रॉल का क्या इलाज है?” उन्होंने सवाल किया, ‘क्या फार्मा उद्योग के पास माइग्रेन का इलाज है?’’ योग गुरु ने तमाम बीमारियों जैसे पार्किंसन का नाम गिनाया और जानना चाहा कि क्या एलोपैथी बांझपन का बिना किसी दर्द के दलाज कर सकती है, क्या उसके पास बढ़ती उम्र को रोकने और हेमोग्लोबिन को बढ़ाने का कोई उपाय है ।
लगातार बनाते आ रहे है एलोपैथी को निशाना –
गौर करने वाली बात यह है कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि लाला रामदेव ने एलोपैथी पर निशाना साधा हो । रामदेव लगातार एलोपैथी को निशाना बनाते आ रहे हैं बस फर्क इतना है कि यह सिलसिला उनके ट्विटर अकाउंट पर चलता है ।
जी हां योग गुरु लाला रामदेव पतंजलि आयुर्वेद के ट्विटर अकाउंट पर लगातार योग को चमत्कार बताते हैं और एलोपैथी को अप्रत्यक्ष रूप से बेकार बताते नजर आते हैं । उदाहरण के तौर पर आपको बताते हैं कि लाला रामदेव पतंजलि के ट्विटर अकाउंट पर ऐसा लिखते हैं की पतंजलि से ऐसे कई लोग ठीक हुए हैं जिनको कि डॉक्टरों ने जवाब दे दिया था।
इतना ही नहीं टीवी पर भी कई चैनलों के माध्यम से रामदेव मरीजों से यह कहलवाते नजर आते हैं कि योग और पतंजलि की दवाइयों की मदद से मरीज ठीक हो गया जबकि एलोपैथी वाले उसे कई साल पहले ही यह बोल चुके थे कि वह ठीक नहीं हो पाएगा।
सहयोगी बालकृष्ण की तबीयत बिगड़ने पर अस्पताल में कराया था इलाज
बाबा रामदेव की इन सब बातो को देखते हुए ये सवाल जहन में आता है कि एक तरफ तो लाला रामदेव एलोपैथिक को बकवास विज्ञान करार देते हैं । दूसरी ओर उनके सहयोगी बालकृष्ण अपनी तबीयत बिगड़ने पर इसी एलोपैथिक दवा और विज्ञान के डॉक्टरों द्वारा इलाज कराने एम्स पहुंच जाते हैं। जानकारी के लिए आपको बता दें, कि जब बीते साल पतंजलि आयुर्वेद के सीईओ बालकृष्ण की तबीयत खराब हुई थी तो उन्हें इसी ‘बकवास विज्ञान’ यानी उत्तराखंड के ऋषिकेश स्थित एम्स में भर्ती कराया गया था । वहीं कुछ समय बात उन्हें तबीयत स्थिर होने के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया है ।