मूलभूत सुविधाओं को तरस रहे ब्यूखी के ग्रामीण
ऊखीमठ। विकासखंड ऊखीमठ के अन्तर्गत कालीमठ घाटी की ग्राम पंचायत ब्यूखी के ग्रामीण आजादी के सात दशक बाद भी मूलभूत सुविधा के लिए तरस रहा है। ब्यूखी गाँव में आज भी यातायात, उच्च शिक्षा, स्वास्थ्य जैसी मूलभूत सुविधाओं का अभाव बना हुआ है। ब्यूखी गाँव को यदि यातायात से जोड़ा जाता है तो सिद्धपीठ काली शिला तीर्थ का चहुंमुखी विकास होने के साथ गाँव में होम स्टे योजना का बढावा मिल सकता है। कालीमठ घाटी के 110 परिवारों व 422 जनसंख्या वाले ब्यूखी गाँव के ग्रामीणों की आंखे यातायात से जुड़ने के लिए पथरा गयी ह।
ब्यूखी गाँव को यातायात से जोड़ने के लिए कालीमठ दृ कुणजेठी-ब्यूखी 7-5 किमी मोटर मार्ग निर्माण के लिए लगभग चार करोड़ रूपये की सैद्धान्तिक स्वीकृति तो मिल चुकी है मगर मोटर मार्ग का निर्माण कार्य कब शुरू होगा यह भविष्य के गर्भ में है। ब्यूखी गाँव के आज तक यातायात से न जुडने के कारण ग्रामीणों को रोजमर्रा की सामाग्री तीन किमी कालीमठ से पीठ में ढोने पड़ती है। ब्यूखी तक मोटर मार्ग का निर्माण न होने से गाँव के बीमार लोगों को मोटर मार्ग तक पहुंचाने में ग्रामीणों को भारी परेशानियां उठानी पड़ती है। ग्रामीणों का मानना है कि यदि ब्यूखी को स्वीकृत मोटर मार्ग का निर्माण होता है तो ब्यूखी-काली शिला तीन किमी पैदल ट्रैक विकसित होने के साथ गाँव में होम स्टे योजना को बढ़ावा मिल सकता है।
प्रधान सुदर्शन राणा का कहना है कि कई श्रद्धालु सिद्ध पीठ कालीमठ में पूजा-अर्चना के बाद काली शिला तीर्थ जाने की इच्छा व्यक्त तो करता है लेकिन ब्यूखी तक यातायात सुविधा न होने से वह सिद्ध पीठ काली शिला के दर्शनों से वंचित रह जाता है। पूर्व प्रधान पुष्कर सिंह राणा ने बताया कि आठवीं कक्षा के बाद गाँव के नौनिहालों को लगभग सात किमी दूर जी आई सी कोटमा सम्पर्क करना पड़ता है तथा बरसात के समय स्यासू -ब्यूखी के मध्य गदेरो के उफान में आने के कारण नौनिहालों को जान जोखिम में डालकर आवाजाही करने पड़ती है। ग्रामीण गब्बर सिंह असवाल, जोरबर सिंह राणा, रघुवीर सिंह राणा का कहना है कि गाँव की मुख्य समस्या यातायात की है, यदि ब्यूखी गाँव को यातायात से जोड़ने के प्रयास किये जाते है तो अन्य समस्याओं का समाधान स्वत ही हो जायेगा। जिला पंचायत सदस्य कालीमठ विनोद राणा, कनिष्ठ प्रमुख शैलेंद्र कोटवाल का कहना है कि ब्यूखी गाँव के लिए स्वीकृत मोटर मार्ग का अन्तिम सर्वे हो चुका है दीपावली के बाद विभाग निविदाएं आमन्त्रित कर सकता है।