संवाददाता(देहरादून): हल्द्वानी में बिजली की तार की चपेट में आने से हल्दानी निवासी व्यक्ति की दर्दनाक मौत व सोशळ मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो को सरकार ने गंभीरता से लिया है। सीएम ने सचिव उर्चा राधिका झा से मामले में तीन दिन के भीतर रिपोर्ट तलब करते हुये जिम्मेदारों के खिलाफ एक्शन तय करने व भविष्य में ऐसा हादसा न हो की प्लानिंग करने के निर्देश भी दिये है।
आपको बताते चलें कि हल्द्वानी में विगत दिवस हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से साईकिल सवार औषधीय संयोजक (कंपाउंडर) की झुलसने से मौत हो गई थी। जिसका वीडियो व फोटो तेजी से वायरल भी हुये। मामले में ऊर्जा विभाग की लापरवाही को मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने काफी गंभीरता से लिया है। ऊर्जा सचिव श्रीमति राधिका झा ने घटना पर गहरा दुख जताते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद सीनियर स्तर के अधिकारी मुख्य अभियंता एमएल प्रसाद को जांच अधिकारी नामित कर उनसे रिपोर्ट मांगी है। श्री प्रसाद मौके पर पहुंचकर जांच में जुट गए हैं। अधिशासी अभियंता ग्रामीण अमित आनंद की अध्यक्षता में गठित तीन सदस्यीय जांच कमेटी की प्रथमदृटया रिपोर्ट में एसएसओ की लापरवाही प्रतीत हुई है। फाइनल रिपोर्ट मिलने पर इस घटना के लिए जिम्मेदार लापरवाह अफसर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा कि घटना की पुनरावृत्ति रोकने के लिए निचले स्तर के तकनीकि अधिकारियों को तकनीकी रूप से प्रशिक्षित किया जाएगा। घटना में मृतक आश्रित को तत्काल चार लाख मुआवजा दिया जा रहा है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से भी सहायता की कोशिश की जाएगी। गौरतलब है कि टेडी पुलिया हाइडिल गेट बारीखत्ता निवासी कमल रावत (29) पुत्र एमएस रावत मंगल पड़ाव स्थित एक क्लीनिक में कंपाउंडर था। गत शुक्रवार को कमल साइकिल से ड्यूटी पर जा रहा था। सुबह करीब नौ बजे कमल जैसे ही वॉक मॉल के पास पहुंचा तभी वहां हाइटेंशन लाइन का तार टूटने से उसकी चपेट में आ गया और करंट से झुलसकर कमल की मौके पर ही मौत हो गई।