काशीपुर। केंद्र सरकार के द्वारा जारी कोरोना गाइडलाइन्स के बीच काशीपुर में जुलूस ए मोहम्मदी का पर्व सांकेतिक रूप से मनाया गया। इस दौरान परंपराओं का निर्वहन करते हुए शहर इमाम की सरपरस्ती में कोरोना की गाइडलाइंस के बीच सांकेतिक जुलूस निकाला गया।
बीते वर्षो में जुलूस ए मोहम्मदी बड़े ही शिद्दत के साथ वृहद स्तर पर मनाया जाता रहा है लेकिन इस बार देश भर में वैश्विक कोरोना महामारी के चलते धार्मिक आयोजनों में केंद्र सरकार के द्वारा अनलॉक 5 के तहत छूट दी गई थी। जिसके तहत धार्मिक आयोजनों में 200 लोगों के शामिल होने की अनुमति राज्य सरकार के द्वारा गाइडलाइन के तहत दी गई थी। काशीपुर में परंपराओं का निर्वहन करते हुए शहर इमाम कारी मुनाजिर हुसैन की सरपरस्ती में जुलूस ए मोहम्मदी का जुलूस निकाला गया। इस दौरान शहर इमाम कारी मुनाजिर हुसैन ने बताया कि नबी की पैदाइश के मौके पर यह त्यौहार मनाया जाता है। उनके मुताबिक बीते वर्षों में इस जुलूस को बड़े ही वृहद स्तर पर मनाया जाता रहा है, जिसमें जगह जगह जुलूस का स्वागत करते हुए लंगर बांटे जाते थे तथा इस जुलूस में काबा ए शरीफ, मदीना ए शरीफ, बहुत सारे मुल्कों की मजारों के नक्शे जुलूस में शामिल किए जाते थे लेकिन इस बार कोरोना वायरस के चलते और राज्य सरकार की गाइडलाइंस के बीच परंपराओं का निर्वहन करते हुए इस जुलूस निकाला गया। जिसमें कोरोना की गाइडलाइंस का पूरी तरह से पालन किया गया। यह जुलूस मोहल्ला अल्ली खां से शुरू होकर मोहल्ला महेशपुरा, जसपुर बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन रोड, महाराणा प्रताप चौक, मेन मार्केट, किला बाजार से होते हुए वापस अल्ली खां स्थित कर्बला मैदान में जाकर समाप्त हो गया। वहीं इस जुलूस का दूसरा हिस्सा मोहल्ला विजय नगर नई बस्ती, कटोरा ताल पुलिस चौकी के सामने से चीमा चौराहा मेन चौराहे पर आकर जुलूस में शामिल हुआ। इस दौरान जुलूस में शामिल सभी मुस्लिम समाज के लोग मास्क पहने हुए थे तथा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे थे।