ज्योति यादव डोईवाला : आपको बता दे कि छठ पूजा का पर्व कार्तिक मास में शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि से मनाया जाता है। ये व्रत संतान की लंबी उम्र। उसके स्वास्थ्य, उज्जवल भविष्य, दीर्घायु और सुखमय जीवन की कामना के लिए रखा जाता है। ये व्रत सबसे कठिन व्रतों में से एक माना जाता है। 36 घंटों तक कठिन नियमों का पालन करते हुए इस व्रत को रख जाता है। इस दौरान व्रती चौबीस घंटो से अधिक समय तक निर्जल व्रत रखता है। छठ पर्व का मुख्य व्रत षष्ठी तिथि को रखा जाता है, लेकिन ये पर्व चतुर्थी से आरंभ होकर सप्तमी तिथि को प्रातः सूर्योदय के समय अर्घ्य देने के बाद समाप्त किया जाता है। छठ महापर्व नहाय-खाय से आरंभ होता है और खरना के पश्चात व्रत शुरू किया जाता है। छठ पूजा के लिए पहले से ही डोईवाला मे घाटों पर साफ-सफाई की गई। छठ पूजा के लिए वेदी बनाई गई। उधर बाजारों में भी छठ पर्व की रौनक दिखने को मिली। महिलाएं टोकरी व सुपेली व अन्य सामानों की खरीदारी करती दिखाई दी।
प्रशासन ने डोईवाला नहर व सॉन्ग नदी की सफाई के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। साथ ही वार्ड नंबर 11,12 के सभासद प्रतिनिधि अमित कुमार व भारत भूषण द्वारा भी घाटो की सफाई को लेकर रहे–देख की गई। रंग बिरंगी लाइटों व डीजे पर नाचते घर परिवार के लोगो द्वारा धूमधाम से छठ पूजा का व्रत महिलाओं द्वारा किया गया। सैकड़ों की संख्या में लोगों ने घाटों पर पहुंच कर छठ पूजा का आनंद उठाया। आज रविवार की शाम व्रती माताएं डूबते सूर्य को और सोमवार को प्रातः उगते सूर्य की अर्घ्य देंगी।