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मरने से जो नहीं डरता वो गोरखा है : कर्नल कोठियाल

Dehradun - Today senior AAP leader Col Kothiyal was invited to Gorkhali reform meeting. He reached Gorkha Veer Gatha Prerna Sthal and met Gorkha Samaj including former soldiers. During this, Colonel Kothiyal, while talking directly to the people present there, answered their questions and met many people of Gorkha society. During this, the people of Gorkha society showed great enthusiasm towards the Colonel, seeing his enthusiasm, Colonel Kothiyal also assured him that he would write a new saga of Uttarakhand Navnirman together with everyone by understanding everyone's thoughts deeply. Regarding the Gorkha society, the colonel said "If someone says that he is not afraid of dying...either he is lying or he is a Gorkha". After this, Colonel Kothiyal told the history of Garhwal Rifle by saying that initially the Garhwali community was recruited in 2/3 Gorkha Rifle, later 2/3 Gorkha Regiment became Royal Garhwal Rifle, which is today known as Garhwal Regiment for Jambaji. is. During this, many people including Gorkhali Sudhar Sabha President PS Thapa, former President Brigadier PS Gurung, Kamala Thapa, Aam Aadmi Party worker Shyam Bora and Gorkhali Reform Sabha's media in-charge Prabha Shah were present in this program to welcome the Colonel. are.

देहरादून – आज आप वरिष्ट नेता कर्नल कोठियाल को  गोर्खाली सुधार  सभा में आमंत्रित किया गया। वो  गोरखा वीर गाथा प्रेणना स्थल पर पहुंचे और पूर्व फौजियों  समेत गोरखा समाज से मिले । इस दौरान कर्नल कोठियाल ने वहां मौजूद लोगों से सीधे बात करते हुए उनके सवालों के जवाब दिए और  गोरखा समाज के कई लोगों से मिले। इस दौरान गोरखा समाज के लोगों में कर्नल के प्रति काफी उत्साह दिखा ,उनके उत्साह को देखते हुए ,कर्नल कोठियाल ने भी उनको विश्वास दिलाया कि वो सबके साथ मिलकर  सभी के विचारों को गहराई से समझ कर उत्तराखंड नवनिर्माण की नई गाथा लिखेंगे।  गोरखा समाज के बारे में कर्नल ने कहा “अगर कोई कहता कि उसको मरने से डर नही लगता है…या तो वो झूठ बोल रहा है या फिर गोरखा है” ।

इसके बाद कर्नल कोठियाल  ने ये कहकर  गढ़वाल राइफल का इतिहास  बताया कि शुरू में गढ़वाली कौम 2/3 गौरखा राइफल में भर्ती होती थी बाद में 2/3 गोरखा रेजिमेंट से रॉयल गढ़वाल राइफल बनी जो  आज जांबाजी के लिए गढ़वाल रेजिमेंट के नाम से जानी जाती है। इस दौरान कर्नल का स्वागत करने के लिए गोरखा समाज से इस कार्यक्रम में गोर्खाली सुधार सभा के अधयक्ष पीएस थापा, पूर्व अध्यक्ष ब्रिगेडियर पीएस गुरंग, कमला थापा ,आम आदमी पार्टी कार्यकर्ता श्याम बोरा और  गोर्खाली सुधार सभा के मीडिया प्रभारी प्रभा शाह समेत कई लोग  मौजूद रहे।

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