उत्तरकाशी – देश सहित प्रदेश में अक्सर डॉक्टरों से अभद्रता और हाथापाई के मामले सामने आते रहते हैं । ऐसा ही एक मामला उत्तरकाशी के जिला अस्पताल में देखने को मिला है । जहां एक अफसर ने डॉक्टर से अभद्रता की, वहीं अफसर द्वारा की गई अभद्रता के कारण दुखी डाक्टर ने इस्तीफा दे डाला ।
क्या हैं पूरा मामला
जानकारी के अनुसार उत्तरकाशी के जिला अस्पताल में ‘अफसर’ ग्राम्य विकास अभिकरण उत्तरकाशी के परियोजना निदेशक संजय कुमार अपना चेकअप कराने पहुचें । उन्होंने डाक्टर के पास अपने आने की सूचना दी। जिला चिकित्सालय उत्तरकाशी में तैनात फिजिशियन डा. सुवेग सिंह मरीजों को देख रहे थे उस वक्त लाइन में लगभग 40 मरीज थे । जिसके चलते डाक्टर ने संजय कुमार को दस मिनट इंतजार करने की बात कही।इंतजार की बात सुनते ही अफसर संजय कुमार का पारा चढ़ गया और वह डॉक्टर को धमकाने लगे इतना ही नहीं अफसर ने डॉक्टर को जान से मारने की धमकी भी दे डाली । अफसर के इस व्यवहार और अभद्रता को देखते हुए डॉक्टर सुबेग सिंह ने अपने पद से इस्तीफा डीजी हेल्थ को भेज दिया ।
डा. सुवेग सिंह का बयान
डा. सुवेग सिंह का कहना है कि वे खुद भी एक अधिकारी के पद पर है और उनके मरीजो के सामने उनकी बेइज्जती की गयी है जिससे उनको दुख हुआ है। हालांकि उन्होंने इस घटना कि कोई एफआईआर नहीं कराई है, उन्होंने कहा कि संजय कुमार को अपनी गलती का एहसास होना चाहिए।
उन्होंने बताया कि उक्त अधिकारी का ऐसा ही एक मामला 20 मार्च को करीब जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ सुरेन्द्र सकलानी के साथ हो चुका है।तब भी कोई कार्यवाही नहीं हुई तो इस तरह मे मामलो की पुनरावृत्ति होने लगी है।
अफसर की सफाई….
इस मामले पर उत्तरकाशी मे तैनात अधिकारी संजय कुमार ने बताया कि वे गंभीर बीमारी से पीड़ित है और उनका लंबे समय से डॉ सूबेग सिंह से ही इलाज चल रहा है वे निश्चित तौर पर अच्छे डाक्टर है इसलिए ही वे उनसे अपना इलाज करवा रहे थे। इस दौरान सीएस की विडियो कोन्फ्रेंस और प्रभारी मंत्री के दौरे मे काम का प्रेशर और जल्दबाजी मे वे अपनी सेहत का ढंग से खयाल नहीं रख सके और अपनी अल्ट्रासाउंड और ब्लड रिपोर्ट डाक्टर को समय पर नहीं दिखा सके थे। उनके डाक्टर के साथ अच्छे संबंध थे और अक्सर वे व्हाट्सप पर भी डाक्टर से सलाह ले लिया करते थे। उस दिन तबीयत ज्यादा बिगड़ गयी थी और प्रभारी मंत्री की बैठक की तैयारी का काम का प्रेशर भी था, लिहाज़ा मौके पर काम की अधिकता के चलते आवेश मे आकार वे कुछ कह गए जिसका उन्हें बाद मे एहसास हुआ। उन्होंने बताया की डीएम उत्तरकाशी मयूर दीक्षित की मध्यस्तथा मे डाक्टर से बातचीत हो गयी है। डीएम उत्तरकाशी से वार्ता न होने कारण इसकी पुष्टि नहीं हो सकी।