शहीद भगत सिंह नाटक का मंचन करते बच्चे के गले में कसा फंदा, हुई मौत
कुंवरगांव थाना क्षेत्र के गांव बाबट में गुरुवार दोपहर साथियों के साथ शहीद भगत सिंह नाटक का मंचन करते समय फंदा गले में कसने से दस साल के बच्चे की मौत हो गई। साथियों को पता भी नहीं चला कि कब उसकी जान चली गई। परिवार ने कोई कार्रवाई न करने की बात कहकर शव दफना दिया।
ग्राम बाबट में गुरुवार दोपहर कुछ बच्चे भूरे के घर में खेल रहे थे। भूरे का दस साल का बेटा शिवम भी इनके साथ था। गांव के बच्चे प्राइमरी स्कूल के छात्र थे जबकि शिवम स्कूल नहीं जाता था। बच्चों ने 15 अगस्त आने की बात कहते हुए नाटक मंचन की प्रैक्टिस करने की बात कही। फिर शहीद भगत सिंह नाटक का मंचन करना शुरू कर दिया। इसमें शिवम जिद करके भगत सिंह बन गया। उसने चारपाई पर चढ़कर कुंडे में रस्सी बांधी और फंदा बना लिया।
फिर बच्चों से कहा कि वह भगत सिंह की तरह फंदे पर लटकेगा। फंदा बनाकर वह लटक गया। कुछ देर छटपटाने के बाद उसकी मौत हो गई। हमउम्र बच्चे कुछ समझ नहीं पाए। उसके शांत पड़ जाने पर घबराए बच्चों ने शोर मचाया तो ग्रामीण पहुंचे। सूचना पर भूरे व उनकी पत्नी आ गई और बिना किसी कार्रवाई के उसका अंतिम संस्कार कर दिया। सीओ सिटी चंद्रपाल सिंह ने बताया कि इस तरह किसी बच्चे की मौत की सूचना उनके पास नहीं आई है।