देहरादून – सीटू से सम्बद्ध उत्तराखंड भोजनमाता कामगार यूनियन की बैठक सम्पन्न होने के साथ ही वक्ताओं ने शिक्षा मंत्री की घोषणा के अनुसार भोजन माताओं का मानदेय 2000 रु से बढ़ा कर 5000 रु करने की घोषणा का तहे दिल से स्वागत किया गया है । बता दें की, बैठक में मंत्री की घोषणा का शासनादेश शीघ्र घोषित करने की मांग की गयी है। इसके अलावा बाकी मांगों को पूरा करवाने के लिए भी सभी जरूरी तैयारियां कर ली गई है।
इन्ही तैयारियों के तहत 2 अगस्त से 8 अगस्त तक ब्लॉक मुख्यालयों पर प्रदर्शन कर ज्ञापन दिए जाएंगे अथवा 9 अगस्त भारत छोड़ो आंदोलन की वर्ष गांठ पर जिला स्तरीय प्रदर्शन भी किया जाएगा । बैठक में सीटू के प्रांतीय कार्यकारी अध्यक्ष राजेंद्र सिंह नेगी , सचिव लेखराज उपस्थित थे । जहां बैठक की अध्यक्षता यूनियन की प्रांतीय अध्यक्ष रोशनी बिष्ट ने की तो वहीं बैठक का संचालन करने का दायतित्व महामंत्री मोनिका ने अपने कंधों पर लिया। इस अवसर पर उधम सिंह नगर से प्रांतीय उपाध्यक्ष रेखा राणा , टिहरी से मंजू नेगी , चमोली से भूपेंद्र नेगी , देहरादून से सुनीता , रजनी रावत , रामवती , अलका सजवाण, शाकुन्तल , विमल कौशिक ,आरती , पूनम , बबली आदि ने भी अपनी उपस्थिति दी।
जानिए क्या हैं अन्य लंबित मांगे –
1) भोजनमाताओं को 60 वर्ष पूरे होने पर ग्रेजुवती , पेंशन , सामाजिक सुरक्षा प्रदान करना।
2) चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी घोषित करने तक न्यूनतम वेतन 18000 रु मानदेय करने हटायी गयी भोजन माताओं की बहाली ।
3) कार्यरत भोजन माताओं को न हटाने , बड़े पैमाने पर विद्यालयों की बंदी के फैसले को वापस करना।
4) 45 व 46 वे श्रम सम्मेलन की शिफारिशें लागू करना।