मस्जिद गिराने वाले एसडीएम को सरकार ने दिया ये खास “तोहफा”

बाराबंकी – जहां सरकार भ्रष्ट अधिकारियों पर कार्रवाई करने की बात कर रही है वही अब भ्रष्ट अधिकारी को बाराबंकी से जनता का मन हटाकर उन्नाव जिले की कमान सौंपी गई। जी हां वर्तमान सरकार धार्मिक भावनाओं को भड़काने व रामसनेहीघाट की ब्रिटिश कालीन मस्जिद को गिराने का आदेश पारित करने वाले एसडीएम दिव्यांशु पटेल को उन्नाव का मुख्य विकास अधिकारी नियुक्त करके शानदार तोहफा दिया है। उक्त बात जिला बार एसोसिएशन के पूर्व महामंत्री नरेन्द्र कुमार वर्मा ने जारी बयान में कहा है कि मालूम हो कि उपजिलाधिकारी रामसनेहीघाट द्वारा विगत दिनों अंग्रेजों के जमाने से कायम मस्जिद को लाकडाउन का घोर उल्लंघन करते हुए रातो-रात गिरा दिया, जिसके बाद प्रदेश के साथ देश की जनता में काफी रोष है। उन्होंने कहा कि प्रशासन ने न्यायालय की गरिमा को ठेस पहुंचाई है। हिन्दुस्तान की जनता को सबसे ज्यादा अपने न्यायालय पर ही विश्वास है। प्रशासन के इस कार्य से कई तरह के सवाल खड़े हो गये हैं। आखिर जिला प्रशास जनता में क्या संदेश देना चाहते है।पूरे जनपद पूरे जनपद में धारा 144 लागू थी तो हजारों की संख्या में पुलिस बल व अधिकारियों को इकट्ठा करके दो गज की दूरी का भी उल्लंघन किया गया है।
वहीं उपजिलाधिकारी दिव्यांशु पटेल ने जब से रामसनेहीघाट मस्जिद को रातों-रात गिराया है तब से शासन के साथ-साथ देश में काफी चर्चा हासिल कर ली थी इसी को देखते हुए प्रदेश सरकार ने उनको तोहफा देते हुए मुख्य विकास अधिकारी उन्नाव नियुक्त कर दिया ताकि आने वाले विधान सभा चुनाव में वोटों का धु्रर्वीकरण करके आसानी से पुनः सत्ता हासिल की जा सके। उत्तर प्रदेश सरकार को सर्वहित में काम करना चाहिए इस तरह की घटना करने वाले अधिकारियों को सस्पेंड करना चाहिए ना कि तोहफा देकर हौसलाअफजाई करनी चाहिए।