
देहरादून – प्रदेश में साइबर घोटाले के मामलो में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है । बीते कुछ दिन पहले पावर बैंक ऐप माध्यम से हुआ घोटाला प्रदेश के सबसे बड़े घोटालो में से एक है । वहीं प्रेदश पुलिस पावर बैंक ऐप मामले को लगातार नए खुलासे कर रही है । आपको बता दें, कि पावर बैंक एप में निवेश के नाम पर धोखाधडी के प्रकरण में गृह मंत्रालय भारत सरकार के Indian Cyber Crime coordination Centre को 20 सदिग्ध चार्टेड अकाउन्टेन्ट की सूची प्रेषित की गई । जानकारी के अनुसार
साइबर अपराधी पावर बैंक नामक एप के माध्यम से अब तक करोड़ो की ठगी कर चुकें है । अपराधियों द्वारा पैसे इन्वेस्ट करने पर 15 दिन मे पैसे दोगुने करने का लालच देकर आम जनता से धनराशि विभिन्न ई-वालेट (पेटीएम/रोजर पे ) के माध्यम से प्राप्त कर विभिन्न बैक खातो में जमा कराकर करोड़ो रुपये की धोखाधड़ी को अंजाम दिया जा रहा है ।
जिस पर उत्तराखण्ड पुलिस द्वारा ऐसे अपराधों की रोकथाम हेतु स्पेशल टास्क फोर्स के साथ मिलकर पूरे राज्य में पावर बैक के नाम से धोखाधडी की प्राप्त शिकायतो में 08 प्रकरणों में अभियोग पंजीकृत किया गया | अभियोगों की विवेचना में अब तक 30 बैक खाते व एसटीएफ ने सभी संबंधित बैंक प्रबंधकों और जिम्मेदार व्यक्ति के खिलाफ विभागीय और कानूनी जांच के लिए पहले ही पत्र जारी कर दिया है
अब तक इतने मामले हो चुकें है पजीकृत —-
उक्त प्रकार के अपराधो के पूरे देश से आँकड़े एकत्रित किये गये तो पावर बैक सम्बन्धी पूरे देश में करीब 239 अभियोग विभिन्न राज्यो में पजीकृत कराये गये है जिसमें पूरे देशभर में करीब 25 अभियुक्तो की गिरफ्तारी की गयी है । वहीं मामले की जांच के दौरान ये पाया गया कि आरोपियो द्वारा धनराशि के लेनदेन हेतु अधिकांशतः RAZORPAY & Paytm Wallet/Gateway का प्रयोग किया गया ।एसटीएफ ने अपराधियों को खोजने के लिए रेज़रपे को लगातार नोटिस जारी किया और इस तरह के उच्च लेनदेन के कारणों के बारे में पूछा| इस क्रम में RAZORPAY के legal Head सहित 13 कंपनियों के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत कराया गया ।
यहां से संचालित हो रही है ‘पावर बैंक एप’ ———-
साईबर थाने द्वारा तकनीकी रुप से यह जानकारी भी प्राप्त की गयी जिसमे कि धोखाधड़ी से प्राप्त कुछ धनराशि को क्रिप्टो करेंसी के माध्यम से चीन भेजे जाने के साक्ष्य प्राप्त हुये है, साथ ही धोखाधड़ी हेतु प्रयुक्त पावर बैंक एप को Hongkong China से संचालित किया जा रहा था ।
मामले की जांच जारी है —–
पुलिस की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार मामले की जांच जारी है और जल्द ही और गिरफ्तारियां होने की उम्मीद है। उत्तराखंड एसटीएफ अन्य सभी राज्यों के लिए नए ऐप और नए तौर-तरीकों को लेकर अलर्ट जारी कर रहा है तथा और भी ऐसे एप्स को चिन्हित करके उनके विरोध पूरे देश में अलर्ट जारी करेगा, जहां नकली वेबसाइट / ऐप सामान बेच रहे हैं और लोगों को धोखा दे रहे हैं ।