देहरादून। बुधवार को प्रदेश के बडे जिलो में आतिशबाजी करने व बिक्री को लेकर आये आदेश ने व्यापारियों की चिंता बढ़ा दी है। जबकि कल धनतेरस व छोटी दीपावली जिसको लेकर ज्यादातर व्यापारीयो ने आतिशतबाजी पटाखे खरीद स्टॉक करते हुये बेचने भी शुरु कर दिये है, कई ग्राहक भी अपने अपने लिये ये पटाखे खरीद कर घर भी ले गये है। व्यापारी पहले से ही कोविड काल में दुखी थे अब ऐन मौके पर ग्रीन पटाखा बिक्री का आदेश बडी चुनौती लेकर आया है।
इस बात से कोई इंकार नहीं किया जा सकता है कि प्रदूषण पर नियंत्रण व पर्यावरण में सुधार पर सारा फोकस होना चाहिये। एनजीटी में पूर्व में दायर एक याचिका पर राज्य में अधिकरण ने 5 नवंबर को राज्य के हरिदार, नैनीताल, देहरादून, रूद्रपुर,, ऋषिकेश, हल्दानी, काशीपुर में सिर्फ ग्रीन अतिशबाजी बिक्री व जलाने के आदेश दिये। हलांकि ये आदेश 11 नवंबर को मीडिया के सामने आ सका है। ऐसे में इन आदेशो ने व्यापारियों की जमा पूंजी के साथ ही तमाम तैयारियों पर संकट खडा कर दिया है। समस्या पुलिस महकमे के सामने भी इन आदेशों के पालन की कम नही होगी। ग्रीन कैकर्स की अभी तो विधिवत जानकारी भी लोगो को नही है। प्रेमनगर व्यापार मंडल अध्यक्ष राजीव पुंज के मुताबिक व्यापारियों के लिये ये कमर तोड आदेश है आदेश होने थे तो पहले से सूचना दे देनी चाहिये थे क्या सारा कष्ट सारे टैक्स सारी मुसीबत व्यापारियों के लिये ही तय की गई है। इन आदेशों का शत प्रतिशत पालन होना भी बेहद मुश्किल होगा।