दशकों से अशांति व हिंसा झेल रहे अफगानिस्तान से फिर चिंताजनक खबर आई है। पूर्वी अफगानिस्तान में कम से कम पांच पोलियो कार्यकताओं की तालिबानी आतंकियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। तीन माह में इस तरह की यह दूसरी घटना है।
नांगरहार प्रांतीय पुलिस के प्रवक्ता फरीद खान ने बताया कि पोलियो कार्यकर्ताओं को चंद घंटों में तीन अलग-अलग स्थानों पर निशाना बनाया गया। खान ने बताया कि यह तालिबानी आतंकियों का कृत्य है। तालिबान ही लोगों को पोलियो खुराक से वंचित रखने के लिए ये हमले कर रहा है।
तालिबान ने किया इनकार
अफगानिस्तान के स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता ने भी इन हमलों की पुष्टि की है। हालांकि तालिबान ने हमलों में हाथ होने का खंडन किया है। लगातार पोलियो कार्यकर्ताओं को निशाना बनाया जाना आतंकियों की कायराना हरकत है।
पाकिस्तान व अफगानिस्तान में ही पोलियों बाकी
पोलियों को पाकिस्तान व अफगानिस्तान को छोड़कर पूरी दुनिया में परास्त किया जा चुका है। इन दोनों देशों में यह इसलिए मौजूद है कि वहां पोलियो वैक्सीन को लेकर अविश्वास फैलाया जाता है। तालिबान व अन्य धार्मिक नेता समुदाय के लोगों से कहते हैं कि यह पश्चिमी देशों की साजिश है। वे यह भ्रम फैलाते हैं कि पोलियो वैक्सीन के जरिए मुस्लिम बच्चों को संतान पैदा करने में अक्षम बनाया जाता है।