देहरादून – राज्य सरकार प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था और स्कूल में क्वालिटी एजुकेशन को लेकर कई दावे करती है लेकिन धरातल पर सच्चाई कुछ और ही नजर आती है । आपको बता दें कि राजधानी देहरादून के स्कूलों में इन दिनों शिक्षा विभाग के अधिकारियों द्वारा औचक निरीक्षण किया जा रहा है । गौर करने वाली बात यह है शिक्षा विभाग के अधिकारियों द्वारा की जा रही है अचानक चेकिंग में स्कूलों में खामियों की लंबी कतार देखने को मिल रही है । आलम यह है की कहीं औचक निरीक्षण के दौरान स्कूल में प्राचार्य गायब है तो कहीं कोरोना में लागू नियमों की अवहेलना की जा रही है । इन खामियों को देखते हुए सरकारी स्कूलों के प्राचार्य को कारण बताओ नोटिस थमाया गया है और 3 दिन के भीतर जवाब मांगा गया है।
दरअसल हाल ही में मुख्य शिक्षा अधिकारी मुकुल कुमार सतीश जब जिले के विभिन्न सरकारी स्कूलों में औचक निरीक्षण करने पहुंचे तो राजकीय इंटर कॉलेज के प्राचार्य ही स्कूल से गायब मिले । वहीं जनपद देहरादून के 3 सरकारी स्कूलों में अवस्थाएं भी मिली जिसके चलते शिक्षा विभाग की ओर से कारण बताओ नोटिस दिया गया है । जिन सरकारी स्कूलों के प्राचार्य को कारण बताओ नोटिस दिया गया है उनमें सहसपुर और सेलाकुई के स्कूल शामिल है । वहीं प्राचार्य में दुर्गेश नंदिनी बहुगुणा, उषा चौधरी और संजय जैन से 3 दिन में जवाब मांगा गया है।