संवाददाता(पौड़ी) : पहाड़ी शिल्प कला को पुनर्जीवित करने के लिए अब राज्य सरकार सरकारी भवनों और आवासों को पहाड़ी शैली में बनाने जा रही है, जिसमें पहाड़ी पत्थर और पौराणिक पारंपरिक भवन निर्माण शैली का प्रयोग किया जाएगा। इसको बनाने के लिए पहाड़ी शिल्प कारों की मदद ली जाएगी। पौड़ी जनपद में मुख्यमंत्री की इस घोषणा में अमलीजामा पहनना शुरू कर दिया है। जिलाधिकारी पौड़ी धीराज सिंह गर्ब्याल ने बताया कि मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद सरकारी भवनों और आवासों को पहाड़ी शैली का रूप देने के लिए जिला प्रशासन ने अपनी कमर कस ली है। इसी के मद्देनजर जिला मुख्यालय से कुछ दूरी में बनने जा रहा डाइट का जिला कार्यालय पुरानी परंपरा शैली में बनाया जा रहा है जिसको बनाने के लिए पहाड़ी कच्चे पत्थरों का प्रयोग किया जा रहा है इसके साथ ही कार्यालय में लकड़ी के काम में भी कुशल हस्तकला के जानकारों को लगाया गया ह।
जिलाधिकारी पौड़ी ने बताया कि इसके बाद आने वाले समय में जो भी नए सरकारी भवन और कार्यालय स्थापित किए जाएंगे। इन सभी में को बनाने में पहाड़ी परंपरा शैली का प्रयोग इनके निर्माण में किया जाएगा। उन्होंने बताया कि लोगों का झुकाव धीरे-धीरे पुरानी परंपरा की वस्तुओं और शैली में ज्यादा देखने को मिल रहा है। क्योंकि हमारी पुरानी परंपरा विलुप्त के कगार में पहुँच गई है मगर मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद एक बार फिर से पहाड़ी शैली को पुनर्जीवित करने में इस प्रकार का प्रयोग सहायक सिद्ध होगा।