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खास खबर: उत्तराखंड के पहाड़ी स्कूल है दिल्ली से कई बेहतर, खास पेशकस

संवाददाता(देहरादून): आपने अक्सर यह सुना होगा की दिल्ली के सरकारी स्कूल की तो अलग ही डिमाड़ है। चारों तरफ हरियाली ही हरियाली। वहीं अगर हम अब उत्तराखंड के पहाड़ों के स्कूल की बात करे तो वह भी अब दिल्ली के मुकाबले कम नहीं है। आम आदमी पार्टी की टीम उत्तराखंड में हल्ला मचाने में जुटी है कि उत्तराखंड में उसकी सरकार आते ही पहाड़ के स्कूलों की तस्वीर बदल जाएगी। सोशल मीडिया पर पहाड़ के स्कूलों की जर्जर, बदतर हॉल तसवीर रखी जा रही है। दूसरी ओर दिल्ली के स्कूलों की चमचमाती तस्वीर दिखाई जा रही है।

जबकि हकीकत ये है कि उत्तराखंड में कई जिलों में त्रिवेंद्र सरकार के स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों की स्थिति दिल्ली के स्कूलों से कहीं अधिक बेहतर है। अल्मोड़ा जिले में जिलाधिकारी नितिन भदौरिया ने बेहद खामोशी के साथ रूपान्तरण प्रोजेक्ट के तहत जिले के दर्जनों स्कूलों को चमका दिया है।

स्कूलों की दीवारों पर बेहतरीन रंग रोगन, बच्चों को शिक्षा देने वाले डिजाइन, पब्लिक स्कूलों की तरह स्मार्ट क्लासेज यहां नजर आएंगी। बेहतरीन फर्नीचर के साथ ही यहां वो सब कुछ है, जो प्राइवेट स्कूलों में नजर आता है। प्राथमिक स्कूल भेटुली ताकुला ब्लॉक, प्राथमिक विद्यालय दशौं ब्लॉक भैंसियाछाना, प्राथमिक विद्यालय ज्वारनैरी लमगड़ा, प्राथमिक विद्यालय तकोली लमगड़ा, प्राथमिक विद्यालय भेटुली, रिवालीबड़ी, सैणमानुर आंगनबाड़ी केंद्र सल्ट समेत अल्मोड़ा जिले के कई अन्य ब्लॉक के स्कूलों की कायाकल्प किया गया है।

बेहद खामोशी, सोशल मीडिया की तड़क भड़क से दूर डीएम अल्मोड़ा नितिन भदौरिया ने इस काम को अंजाम दिया है। उन्होंने बताया कि सीएम त्रिवेंद्र रावत के मार्ग निर्देशन में रूपान्तरण प्रोजेक्ट के तहत स्कूलों की स्थिति को सुधारा गया है। अब यहां बच्चों को सरकारी स्कूल में भी प्राइवेट स्कूलों की तरह वो सभी सुविधाएं और माहौल दिया जा रहा है।

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