ज्योति यादव,डोईवाला: बिरला यामाहा कंपनी में करोड़ों रुपए की मशीनें चोरी होने के बावजूद जिम्मेदार शासन प्रशासन मौन साधे बैठा है। इस पर आज उत्तराखंड क्रांति दल के नेतृत्व में कंपनी के कर्मचारियों ने जमकर आक्रोश व्यक्त किया।
आज डोईवाला मे एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से उत्तराखंड क्रांति दल के नेता शिवप्रसाद प्रसाद सेमवाल ने बताया कि शासन प्रशासन को 15 दिन के अंतर्गत चोरी के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्यवाही करने के संबंध में ज्ञापन दिया था, लेकिन 15 दिन पूरे होने को हैं अभी तक शासन प्रशासन की ओर से कोई भी कार्यवाही शुरू नहीं की गई है।
उत्तराखंड क्रांति दल के जिला अध्यक्ष केंद्र पाल तोपवाल ने सवाल उठाया कि जब प्रशासन ने इस कंपनी को सील कर दिया था तो फिर प्रशासन की नाक के नीचे से करोड़ों रुपए की भारी-भरकम मशीनें कैसे चोरी हो गई !
बिरला जामा कर्मचारी संघ के महासचिव बालम सिंह ने आरोप लगाया कि बिना कंपनी के मालिकों और प्रशासन की मिलीभगत से इतनी बड़ी चोरी संभव नहीं है।
गौरतलब है कि बिरला जामा के कर्मचारी के ₹14 करोड़ का भुगतान कंपनी की संपत्ति को नीलाम करने के बाद किया जाना था, लेकिन नीलामी से पहले ही सामान चोरी हो जाने के बाद अब कंपनी कर्मचारियों को अपना भुगतान मारे जाने की आशंका पैदा हो गई है।
उत्तराखंड क्रांति दल के नेता वीरेंद्र थापा ने चेतावनी दी कि यदि ज्ञापन में तय समय सीमा के अंतर्गत कार्यवाही नहीं की गई तो फिर शासन प्रशासन के खिलाफ जमकर आंदोलन छेड़ा जाएगा, जिसकी जिम्मेदारी सरकार और शासन प्रशासन की होगी।
उत्तराखंड क्रांति दल के नेता प्रमोद डोभाल ने बताया कि जल्दी ही जिलाधिकारी से मिलकर एक फैक्ट फाइंडिंग कमेटी मीडिया तथा प्रशासन के अधिकारियों के साथ सील कंपनी के अंदर के सामान का जायजा लेने जाएगी तथा इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों और कर्मचारियों की जिम्मेदारी तय की जाएगी। बिरला यामा कर्मचारी संघ के अध्यक्ष मोहन सिंह रावत ने कहा कि यदि कंपनी मैनेजमेंट ने जल्द ही उनके भुगतान के संबंध में कार्यवाही नहीं की तो फिर कर्मचारी चुप नहीं बैठेंगे। उत्तराखंड क्रांति दल के जिलाध्यक्ष श्री केंद्र पाल सिंह भोपाल वीरेंद्र थापा प्रमोद डोभाल सुरेंद्र सिंह चौहान आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे।