ज्योति यादव,डोईवाला: चमोली में आई आपदा से पूरा देश सदमे में था, ओर फिर दूसरी झील के होने की सूचना ने सबको सहमा दिया था। जिसके बाद उत्तराखंड पुलिस की देवदूत कहे जाने वाली SDRF मॉन्ट्रेनियिंग टीम SDRF DIG रिद्धिमा अग्रवाल के निर्देश पर रेणी गाँव के ऊपर हिमालयी क्षेत्र में बनी झील के बारे में विस्तृत जानकारी जुटाने पैदल मार्गो से जलभराव क्षेत्र को रवाना हुई थी, जहां पूर्व में ग्लेशियर से अत्यधिक मात्रा में पानी रुक गया था। जिससे आमजन में भय के माहौल पैदा हो गया था। जिसके बाद SDRF की टीम झील की स्थिति जानने, पानी एवं मिट्टी, बर्फ के नमूने लेने के साथ ही फ्लड के पानी के नमूने लेने जल भराव क्षेत्र में सबसे पहले पहुँची। ओर 14 घण्टे के लंबे एवं दुर्गम सफर को पार कर टीम रात्रि को झील क्षेत्र में पहुंची, टीम के द्वारा वहां पानी के प्रेशर को कम करने के लिए झील के मुहाने को आइस एक्स के माध्यम से खोला गया। ओर वापसी के दौरान टीम के द्वारा बीहड़ एवम ग्लेशियर वाले स्थानों पर रोप, हुक भी बाँध कर छोड़ दी जिससे अन्य आने वाली टीमों को दिक्कतों का सामना न करना पड़े। आज SDRF की 8 सदस्यीय टीम रुट एवं झील की सटीक जानकारियों के साथ ही इक्कठा नमूनों के साथ वापस जौलीग्रांट पहुँची, यह प्रथम मॉन्ट्रेनियिंग दल है, जो पैदल मार्गों से जलभराव क्षेत्र तक पहुंचा है, ओर दल ने मीडिया से अनुभव साझा किए हैं।