एजेंसी
बांदा। बच्चों के यौन शोषण मामले में गिरफ्तार हुए निलंबित जेई रामभवन के अधिवक्ता की दलील पर आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सुनवाई होगी। इससे पहले बुधवार को आरोपी की कोर्ट में पेश हुई जहां सीबीआई ने आरोपी की पांच दिन की रिमांड मांगी। फिलहाल आरोपी जेई मंडल कारागार में कैद है। उधर सीबीआई आरोपी इंजिनियर के घर से मिले आठ मोबाइल फोन, पेन ड्राइव और दूसरे इलेक्ट्रॉनिक सामान को खंगाल रही है। उसके पास से 66 पॉर्न वीडियो और 600 फोटो बरामद हुई हैं।
सीबीआई की जांच में सामने आया है कि आरोपी इंजिनियर आर्थिक रूप से कमजोर परिवार के 5 से 16 साल की उम्र वाले बच्चों को ही अपना निशाना बनाता था। वह अब तक 50 बच्चों को अपना निशाना बना चुका था। बच्चों का यौन शोषण करने के दौरान वह मोबाइल से वीडियो क्लिप और फोटो बनाता था। बाद में इसे इंटरनेट के जरिए डार्क वेब पर बेचता था।
सीबीआई की पड़ताल में यह सामने आया है कि रामभवन ज्यादातर दिहाड़ी मजदूरी करने वाले, फुटपाथ पर सामान बेचने वाले और ठेके पर काम करने वाले बच्चों को फंसाकर यौन शोषण करता था। वह उन बच्चों को निशाना बनाता था, जिन्हें आसानी से कुछ पैसे, इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स, खाने-पीने का सामान या अन्य कोई सामान का लालच देकर बुलाया जा सकता था। ऐसे बच्चे आसानी से उसका शिकार बन जाते थे। उसने अपने घर पर काम करने वाले बच्चों को भी नहीं बख्शा। मूलरूप से बांदा निवासी जेई रामभवन की पोस्टिंग आसपास के जिलों में ही रही। अब सीबीआई टीम पीड़ितों का पता लगाने और उनके बयान दर्ज करने और रामभवन के खिलाफ पुख्ता सबूत एकत्र कर केस को मजबूत करने की कोशिश कर रही है। सीबीआई ने अब तक 10 बच्चों की पहचान कर ली है जिन्हें जेई ने यौन शोषण के जाल में फंसाया था। अब सीबीआई पीड़ित बच्चों और परिवारीजन से भी संपर्क कर जानकारी जुटाने का प्रयास कर रही है। उधर जेई के मोबाइल और लैपटॉप से अब तक की छानबीन में 66 चाइल्ड पॉर्न वीडियो और 600 फोटो मिले हैं। इससे पता चलता है कि आरोपी बुरी तरह से चाइल्ड पॉर्नोग्राफी के धंधे में शामिल था।
सीबीआई की जांच में यह भी सामने आया है कि जेई रामभवन ने कर्वी नगर के शोभा सिंह का पुरवा (एसडीएम कॉलोनी) में किराये के मकान को अपना अड्डा बना रखा था। जेई के पास से आठ लाख रुपये नकद, 12 मोबाइल फोन और अन्य सामग्री बरामद हुई है। हालांकि संगीन मामले में जेई के खिलाफ कोई मुंह खोलने को तैयार नहीं है। लेकिन कुछ बच्चे दबी जुबां से जेई की करतूत से पर्दा उठा रहे हैं। बच्चों ने बताया कि जेई अंकल मोबाइल में वीडियो गेम खिलाने के लिए घर पर बुलाते थे। उनके पास तमाम मोबाइल हैं, जिनमें एक-एक बच्चे को अलग-अलग समय घर पर बुलाकर घंटों मोबाइल पर गेम खिलाते थे।
सीबीआई दिल्ली की विशेष ऑनलाइन चाइल्ड सेक्सुअल अब्यूस ऐंड एक्स्प्लॉइटेशन (ओसीएसएई) प्रिवेंशन/इंवेस्टिगेशन यूनिट की मॉनिटरिंग में आरोपी जेई रामभवन की करतूत सामने आई। सीबीआई टीम ने डेढ़ महीने की गहन छानबीन के बाद 16 दिन तक गिरफ्तारी का जाल बुना था। रामभवन के तार दिल्ली और सोनभद्र तक जुड़े थे, इसके बाद उस पर शिकंजा कसा गया।