“ऑपरेशन सत्य” अभियान के तहत रिहैबिटेशन सेंटर का लिया गया मुआयना
संवाददाता(देहरादून): हमारे समाज में नशे की लत का ज्यादात्तर हिस्सा युवा पीढ़ी ही है। अक्सर युवाओं में बढ़ते स्ट्रेस के चलते युवा पीढ़ी नशे की लत का शिकार हो रही है। इसी के तहत चलाए गए अभियान से काफी बडे़ पर्दों को जनता के सामने लाया गया अथवा अब जो भी व्यक्ति रिहैबिटेशन सेंटर में है उनका पूर्ण तरह से इलाज चल रहा है कि नहीं इसका जायजा लिया गया। चलिए आपको बताते है ………..
जनपद में युवाओ के बीच बढती नशे की प्रवृति को रोकने तथा नशे का कारोबार करने वाले व्यक्तियों की धडपकड कर नशे के कारोबार पर प्रभारी अंकुश लगाने हेतु पुलिस उपमहानिरीक्षक/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून महोदय के नेतृत्व में चलाये जा रहे आपेरशन सत्य अभियान के तहत आज दिनांक: 09-10-2020 को पुलिस उपमहानिरीक्षक/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून महोदय के निर्देशानुसार पुलिस अधीक्षक, अपराध श्री लोकजीत सिंह द्वारा पुलिस लाइन देहरादून स्थित सभागार में जनपद के समस्त नशा मुक्ति केंद्रों के संचालकों के साथ गोष्ठी आयोजित की गयी। गोष्ठी के दौरान महोदय द्वारा नशा मुक्ति केन्द्र के संचालको से नशे के आदि व्यक्तियों के रिहैबिटेशन के दौरान आने वाली समस्याओं के सम्बन्ध में जानकारी ली गयी, साथ ही जनपद पुलिस द्वारा चलाये जा रहे अभियान आपरेशन सत्य के विषय में जानकारी देते हुए उन्हें उक्त आपरेशन को सफल बनाने के लिये उनके सुझाव मांगते हुए सहयोग प्रदान करने की अपेक्षा की गयी।
बैठक के दौरान आपसी विचार विमर्श से नशा मुक्ति केन्द्र के संचालकों व पुलिस के बीच सहमति बनी कि, सभी नशा मुक्ति केन्द्र संचालक उक्त अभियान में अपना सहयोग देते हुए अपने नशा मुक्ति केन्द्र में उनकी क्षमता के 20 प्रतिशत बेड ऐसे लोगों के निशुल्क उपचार हेतु, जिन्हें पुलिस द्वारा नशा मुक्ति केन्द्र में भर्ती कराया जायेगा, आरक्षित रखेंगे। पुलिस द्वारा नशे के आदि ऐसे युवको/व्यक्तियों को, जिनके अभिभावक नहीं हैं या जिनकी जिम्मेदारी लेने वाला कोई नही है, उन्हें स्वंय सेवी संस्थाओं के माध्यम से उक्त नशा मुक्ति केंद्रों में उपचार हेतु भर्ती कराया जायेगा। साथ ही काउन्सलिंग के माध्यम से उन्हें सामान्य जीवन जीने के लिये प्रेरित करते हुए अन्य सम्बन्धित विभागों से समन्वय स्थापित करते हुए उनके लिये रोजगार के अवसरों की तलाश कर उन्हें समाज की मुख्य धारा में लाने का प्रयास किया जायेगा। उक्त गोष्ठी के दौरान क्षेत्राधिकारी नगर/सदर, समाज कल्याण अधिकारी देहरादून व नशा मुक्ति केन्द्र के संचालक मौजूद रहे।