उत्तराखंड के किसानों का राजभवन कूच, रास्ते में लगाए बैरीकेड्स तोड़े, पुलिस से जमकर नोंकझोंक|
कृषि कानून के विरोध में राजभवन का घेराव करने के लिए दून के लिए निकल पड़े। वे लच्छीवाला टोल प्लाजा के पास पहुंच चुके हैं। यहां पहले से ही बड़ी संख्या में तैनात पुलिस ने किसानों को रोकने का प्रयास किया।
देहरादून:कृषि कानूनों के खिलाफ आज उत्तराखंड के किसानों ने हल्ला बोल किया और राजभवन कूच किया। इस दौरान जगह-जगह पुलिस तैनात रही। किसानों की पुलिस से नोंकझोंक भी हुई। पुलिस प्रशासन के इस दौरान पसीने छूट गए। बता दें कि रुड़की से कई किसानों के संगठन ट्रैक्टर लेकर राजभवन कूच के लिए निकले लेकिन भानियावाला और हर्रावाला में पुलिस ने किसानों को रोका और किसानों की पुलिस के साथ नोक-झोंक हुई। बता दें कि 24 जनवरी को मंच के बैनर तले बड़ी संख्या में किसान दिल्ली में प्रस्तावित ट्रैक्टर रैली में प्रतिभाग करने के लिए रवाना होंगे।आपको बता दें कि रुड़की हरिद्वार से निकले किसान संगठन की रैलियों को भानियावाला लक्ष्मी वाला ओवरब्रिज से होते हुए टोल बैरियर पहुंची ट्रैक्टर रैली को पुलिस ने रोक लिया। इस बीच प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच तीखी नोकझोंक हुई। किसानों ने जमकर नारेबाजी की और हल्ला किया. वहीं हर्रावाला में किसानों ने बैरिकेडिंग को तोड़ दिया औऱ आगे बढ़े। इस दौरान किसानों को आईआईंपी फ्लाईओवर के पास पुलिस ने रोक लिया। यहां पुलिस और सरकार के खिलाफ किसानों ने जमकर नारेबाजी की। राजभवन कूच को देखते हुए जगह-जगह भारी पुलिस बल तैनात की गई। देहरादून छावनी में तब्दील हुई। किसाने किसान एकता जिंदाबाद के नारे लगाने लगे। और साथ ही किसानों ने बिल वापल लेने की मांग की। किसानों से निपटने के लिए पुलिस के पसीने छूट गए| उसके बाद लच्छीवाला टोल बैरियर के पास किसानों का आंदोलन खत्म हो गया है। दो बजकर 15 मिनट पर टोल बैरियर में खड़े ट्रैक्टर वापस जाने लगे हैं, जिसके बाद स्थानीय पुलिस प्रशासन ने भी राहत की सांस ली। यातायात भी सुचारू हो गया है। आपको बता दें कि उत्तराखंड के डोईवाला(देहरादून) में किसान नए कृषि कानून के विरोध में राजभवन का घेराव करने के लिए दून के लिए निकले।
लच्छीवाला टोल प्लाजा के पास पहुंचने पर यहां पहले से ही बड़ी संख्या में तैनात पुलिस ने किसानों को रोकने का प्रयास किया, लेकिन किसान पुलिस बल पर भारी पड़ गए। इस दौरान पुलिस और किसानों के बीच जमकर हंगामा हुआ। बेकाबू किसानों ने पुलिस के ऊपर ट्रैक्टर चढ़ाने की भी कोशिश की। पुलिस का एक जवान ट्रैक्टर के नीचे दबने से बाल-बाल बचा। बमुश्किल हालातों पर काबू पाया गया। कई किसान किसी तरह यहां से लिए दून के लिए निकल गए हैं। वहीं, दूसरी ओर दून में विभिन्न संगठनों ने राजभवन कूच किया। इस दौरान उन्हें पुलिस ने हाथीबड़कला में रोक दिया। नए कृषि कानूनों के विरोध में डोईवाला से बड़ी संख्या में किसान ट्रैक्टर राजभवन कूच करने निकले। किसानों की लच्छीवाला बैरियर पर पुलिस के साथ नोंकझोंक हुई। इस बीच कुछ किसान आगे निकल गए। हर्रावाला के पास उनके ट्रैक्टर रोक दिए गए, लेकिन यहां से भी कई किसान पुलिस को धता बताते हुए देहरादून को निकल गए। वहीं, लच्छीवाला टोल बैरियर में अब भी 25 के करीब ट्रैक्टर पुलिस के घेरे में खड़े हैं।
इन्हें रोकने के लिए पुलिस ने उनके आगे कई डंपर ट्रक वह क्रेन भी खड़ी की गई है। हालांकि, जाम को देखते हुए पुलिस ने यातायात को कई जगह से डायवर्ट भी किया गया। लच्छीवाला में जाम के चलते कई लोग पैदल ही अपने गंतव्य स्थान के लिए आते-जाते दिखाई दिए। टोल बैरियर के पास करीब 2 घंटे घंटे यातायात पूरी तरह बाधित रहा।
इससे पहले भारी संख्या में ट्रैक्टर में सवार किसान डोईवाला में गुरुद्वारे के बाहर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने अचानक अपना रूट प्लान बदल दिया है। पहले कृषि कानूनों के खिलाफ किसान डोईवाला होते हुए देहरादून की ओर जाने वाले थे, जहां पुलिस ने किसानों को रोकने के लिए जगह-जगह अवरोधक लगाए थे। पर अब किसानों ने अचानक अपना रूट प्लान बदल दिया।
इसके बाद उन्होंने यहां से देहरादून के लिए कूच कर दिया। बता दें कि पहले किसान डोईवाला होते हुए देहरादून की ओर जाने वाले थे, लेकिन उन्होंने अचानक रुट बदल दिया और भानियावाला-लच्छीवाला फ्लाईओवर बाईपास से होते हुए दून के लिए निकल गए। यहां फ्लाईओवर पर भी पुलिस ने बैरिकेडिंग की थी, लेकिन किसानों ने बैरिकेडिंग को हटाकर देहरादून की ओर कूच कर दिया।