Provocative Statements Against Muslims : हरिद्वार में हुई धर्म संसद तथा उसके उपरांत निम्न व्यक्तियों द्वारा इस्लाम धर्म के अनुयायियों के विरुद्ध युद्ध छेड़ने का आह्वान करने वाले व्यक्तियों कि विरुद्ध शिकायत मामले में नईम कुरैशी व उनके साथी पुलिस डीजीपी अशोक कुमार के पास मुकदमा पंजीकृत करवाने हेतु पहुंचे।
दिल्ली और हरिद्वार में दो कार्यक्रमों के दौरान मुसलमानों के ख़िलाफ़ भड़काऊ और हिंसा के लिए उकसावे वाले बयान देने के बाद कई मुस्लिम शख़्सियत, नेताओं और संगठनों ने इसकी कड़ी निंदा की है.
Provocative Statements Against Muslims : क्या है मामला….
उत्तराखंड के हरिद्वार में इस महीने की 17 तारीख़ से लेकर 19 तारीख़ तक एक ‘धर्म संसद’ का आयोजन किया गया था। कार्यक्रम के दौरान वक्ता ‘धर्म की रक्षा के लिए शस्त्र उठाने, 2029 तक मुस्लिम प्रधानमंत्री न बनने देने, मुस्लिम आबादी न बढ़ने देने और हिंदू समाज को शस्त्र उठाने का आह्वान करने’ जैसी बातें करते नज़र आये थे। मुस्लिम समुदाय के खिलाफ जिस तरीके से इस कार्यक्रम में हिंसा करने का आह्वान किया गया, उसकी देश-विदेश हर जगह निंदा हो रही है. कार्यक्रम में शामिल कुछ लोगों के खिलाफ पुलिस ने केस भी दर्ज किया. अब विदेशी मीडिया में भी यह मुद्दा छाया हुआ है.कई विदेशी अखबारों ने इस खबर को प्रमुखता से छापा है, साथ ही नेताओं की चुप्पी पर सवाल भी उठाए हैं।
Provocative Statements Against Muslims : डीजीपी से कि शिकायत दर्ज करने की अपील
जिसको लेकर नईम कुरैशी व उनके सहयोगी इस मामले के विरुद्ध शिकायत को लेकर पुलिस डीजीपी अशोक कुमार के पास पहुंचे। वहां पहुंचकर उन्होंने डीजीपी से अपील की कि इस घटना का संज्ञान लेकर यति नरसिंहानंद गिरि, सागर सिंधू महाराज, धर्मदास महाराज, परमानंद महाराज, साधवी अन्नपूर्णा, स्वामी आनंद स्वरूप, अश्वनी उपाध्याय, सुरेश चव्हानके और स्वामी प्रबोधानन्द गिरि के विरुद्ध 120बी0, 121ए, 153ए, 153बी, 295 और 298 के अंतर्गत मुकदमा पंजीकृत करने की अपील की।