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दून की खूबसूरती की मुरीद हैं प्रियंका गांधी, जानिए उस पैलेस के बारे में जहां रुकेंगी आज। 

priyankagan MUSSOORIE

देहरादून । दून की प्राकृतिक छटा और शांत वातावरण प्रियंका गांधी वाड्रा को खूब भाता है। यहां शहर से हटकर गुनियाल गांव में बने अंतारा सीनियर लिविंग अपार्टमेंट में भी प्रियंका कई बार आ चुकी हैं। मसूरी की तलहटी में यह अपार्टमेंट सोसाइटी नैसर्गिक सौंदर्य के बीच बसी हुई है।

करीब छह साल पूर्व गुनियाल गांव के निकट बसाई गई अंतारा सोसाइटी केवल वरिष्ठजनों के लिए है। यहां 55 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्ति रिटायरमेंट के बाद शांतिपूर्ण वातावरण में जीवन व्यतीत करते हैं। यहां करीब डेढ़ सौ अपार्टमेंट, रिजॉर्ट और विला हैं। इसके अलावा यहां क्लब, ग्राउंड, स्वीमिंग पूल से लेकर तमाम तरह के संसाधन उपलब्ध हैं। जानकारी के अनुसार प्रियंका बीते छह साल में यहां 3-4 बार प्रवास कर चुकी हैं। हालांकि, वे यहां हर बार गोपनीय तौर पर ही पहुंचती हैं। उन्हें यहां शांतिपूर्ण वातावरण पसंद है, ऐसे में मीडिया से भी वह दूरी बनाकर रखती हैं। प्रियंका ने स्कूली शिक्षा देहरादून से ही ग्रहण की है और अब उनके पुत्र रेहान राजीव वाड्रा भी यहां पढ़ते हैं।

कपूरथला एस्टेट में रहेंगी आज

प्रियंका गांधी शनिवार सुबह सड़क मार्ग से मसूरी पहुंचेगीं, जहां वह कपूरथला एस्टेट में टिक्का बिजेंदर सिंह के बंगले पर उनसे मुलाकात करेंगीं। एक दिन वहीं ठहरने के बाद रविवार सुबह वह दून लौट आएंगी। टिक्का बिजेंदर सिंह कपूरथला के महाराजा जगजीत सिंह के खानदान से ताल्लुक रखते हैं और मसूरी के मोतीलाल नेहरू मार्ग पर कपूरथला एस्टेट में उनका बंगला है। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी भी यहां सोनिया गांधी के साथ आ चुके हैं। राहुल गांधी भी एक बार टिक्का बिजेंदर सिंह से मिलने यहां आए थे।

फ्रेंच आर्कीटेक्चर का नमूना है कपूरथला पैलेस

टिक्का बिजेंदर सिंह का कपूरथला पैलेस फ्रेंच आर्कीटेक्चर का शानदार नमूना है, जिसे कपूरथला के महाराज जगजीत सिंह ने 186-9 के दौरान बनाया था। इसका डिजायन ब्रिटिश इंजीनियर जॉस एलएमोर ने तैयार किया था। बताया जाता है कि महाराजा जगजीत सिंह एक बार फ्रांस घूमने गए थे, वहां उन्हें भवन निर्माण शैली पसंद आ गई। 1892 में जब वह पहली बार मसूरी आए तो यहां पर उन्होंने फ्रेंच शैली में भवन निर्माण की योजना बनाई।

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