
ज्योती यादव,डोईवाला। प्रणामी आश्रम प्रेम नगर बाजार में चल रही साप्ताहिक श्रीमद् भागवत कथा के दूसरे दिन कथा व्यास आदित्यानंद महाराज ने कहा कि परोपकार को मानव जीवन का आभूषण बताया, कहां कि परोपकारी व्यक्ति की चर्चा समाज सदियों तक करता आ रहा है दुनिया में जितने भी महान लोग हुए हैं उनमें परोपकार का भाव कूट-कूट कर भरा हुआ था! उनकी चर्चा ईश्वर की भक्ति अथवा उससे प्रेम का वास्तविक मार्ग परोपकार है लेकिन आज धर्म का निर्णय भी धन,वैभव और ठाट- बाट से होता है।
उन्होंने कहा कि केवल मंदिर में जाकर जय भगवान की कह देने से फूल पत्ती चढ़ा देने से मनुष्य ईश्वर का भक्त या ईश्वर का सेवक नहीं माना जा सकता है इसके लिए मनुष्य को अच्छे कर्मों पर भी अपना ध्यान लगाना चाहिए।
कथा श्रवण करने वालों में दीपक बाली, ममता गोयल चमेली देवी संगीता अग्रवाल, रमा बाली, अनीता गुप्ता,प्रेम वर्मा, माया जायसवाल, शकुंतला देवी,ज्योति रस्तोगी आदि भक्त गण मौजूद रहे।