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लोग बीमारी से कम इलाज के अभाव में ज्यादा मर रहे-सूर्यकांत धस्माना

Dehradun: The number of deaths due to corona epidemic in the state is constantly increasing. At the same time, the opposition has started marking the state government on this issue. Recently Suryakant Dhasmana, Vice President of State Congress Committee Said that from morning till night and again from morning till morning we are getting discouraged by listening to the crying and mumbling on the phone. Where will the injured patients go? Statements are being issued daily from the government and the rationale that there is no lack of oxygen, there is no lack of bad new beds ready, but the ground reality is that people are dying more due to less treatment and lack of oxygen from the disease. At the same time, he also said that we do not want to fall into the political allegation, but it is the responsibility of the government to make people get treatment and if it is not about their bus, then they should resign and sit at home. Today the death toll has reached 151 and has crossed eight thousand of the infected, which is very scary and if the conditions do not prevail, then there can be unimaginable mass loss, so the government should use all options.

देहरादून:प्रेदश में कोरोना महामारी से हो रही मौतो का आंकड़ा लगातार बढ़ता ही जा रहा है । वहीं अब इस मुद्दे पर विपक्ष ने राज्य सरकार पर निशान साधना शुरु कर दिया है । हाल ही में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्मानाने कहा कि सुबह से लेकर रात और फिर सुबह तक फोन पर रोते बिलखते व गिड़गिड़ाते लोगों को सुन कर हम हतोसाहित हो रहे हैं ।उन्होंने कहा कि न अस्पतालों में ऑक्सीजन बैड ना आईसीयू न घर में लगाने के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर तो ऐसे में रोजाना बढ़ते हुए मरीज कहाँ जाएंगे ? सरकार व शाशन से रोज बयान जारी हो रहे हैं कि ऑक्सीजन की कमी नहीं बैड की कमी नहीं नए बैड तैयार किन्तु जमीनी हकीकत यह है कि लोग बीमारी से कम इलाजे व ऑक्सीजन न मिलने से ज्यादा मर रहे हैं। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि  हम राजनैतिक आरोप प्रत्यारोप में नहीं पड़ना चाहते किन्तु सरकार की यह जिम्मेदारी है कि वो लोगों को इलाजे मुहैय्या करवाये और अगर उसके बस की बात नहीं तो इस्तीफा दे कर घर बैठे । आज मरने वालों का आंकड़ा 151 पहुंच गया और संक्रमितों का आठ हजार पार कर गया जो बहुत डरावना है और अगर स्थितियां नहीं संभली तो अकल्पनीय जन हानि हो सकती है इसलिए सरकार को सारे विकल्प इस्तेमाल करने चाहिये।

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