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शांतिरक्षक युवराज सिंह को संयुक्त राष्ट्र ने मरणोपरांत किया सम्मानित

An Indian peacekeeper, who lost his life while performing his duty, was honored here on Thursday. The ceremony honored over 300 UN personnel who lost their lives last year. They are the highest personnel of the United Nations to lose their lives in a year. Corporal Yuvraj Singh was one of 336 UN personnel on duty between January 1 and December 31, 2020 and lost his life due to Kovid-19 and related circumstances. United Nations Secretary-General Antonio Gutares presided over the annual memorial service honoring these personnel. India's Permanent Representative to the United Nations, TS Tirumurthy tweeted, "UN Secretary General Antonio Gutarais honored Indian UN Peacekeeper Corporal Yuvraj Singh at UN Annual Memorial Service 2021 who died while on duty in 2020." was.'' He said that we appreciate his courage and contribution, heartily pay tribute to him and express his condolences to his family. Gutares said that 2020 was a year not seen in the history of the United Nations when the world faced a heartless epidemic that is still wreaking havoc.

अपने कर्तव्य को निभाते हुए जान गंवाने वाले एक भारतीय शांतिरक्षक को बृहस्पतिवार को यहां सम्मानित किया गया। इस समारोह में पिछले साल जान गंवाने वाले संयुक्त राष्ट्र के 300 से अधिक कर्मियों को सम्मानित किया गया। एक साल में जान गंवाने वाले संयुक्त राष्ट्र के ये सर्वाधिक कर्मी हैं।

कोरपोरल युवराज सिंह एक जनवरी से 31 दिसंबर 2020 के बीच ड्यूटी में रहते हुए और कोविड-19 तथा संबंधित परिस्थितियों के कारण जान गंवाने वाले 336 संयुक्त राष्ट्र कर्मियों में से एक थे। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने इन कर्मियों को सम्मानित करने वाली वार्षिक स्मारक सेवा की अध्यक्षता की।

संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टी एस तिरुमूर्ति ने ट्वीट किया, ‘‘संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने संयुक्त राष्ट्र वार्षिक स्मारक सेवा 2021 में भारतीय संयुक्त राष्ट्र शांति रक्षक कोरपोरल युवराज सिंह को सम्मानित किया जिनकी 2020 में ड्यूटी में रहते हुए मौत हो गई थी।’’

उन्होंने कहा कि हम उनके साहस और योगदान की सराहना करते हैं, दिल से उन्हें श्रद्धांजलि देते हैं और उनके परिवार के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करते हैं। गुतारेस ने कहा कि 2020 ऐसा साल रहा जो संयुक्त राष्ट्र के इतिहास में अब तक नहीं देखा गया जब दुनिया ने एक बेरहम महामारी का सामना किया जो अब भी कहर बरपा रही है।

 

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