Site icon Uttarakhand News, News in Hindi

नेपाल में बैन हुई पतंजलि की कोरोनिल दवा?

The Nepal government has not issued an order imposing any formal ban against Patanjali's Ayurveda-based Coronil in the country. A spokesperson of the Ministry of Health gave this information on Tuesday.Yogaguru Ramdev had introduced the Ayurveda based Coronil Kit on June 23 last year at a time when the COVID-19 pandemic was at its peak in India. Health Ministry spokesperson Dr. Krishna Prasad Paudyal has denied reports that the Nepal government has banned Coronil in the country. He said the government has not issued any formal prohibition order against the drug. He said that any type of medicine to be distributed to the general public must first be registered with the Department of Drug Administration under the Ministry of Health and Population. He said that sometime back a packet of Coronil was gifted to the then Health Minister of Nepal Hridayesh Tripathi. He said that apart from this, I do not have any information in this matter. A Health Ministry official said that there is no evidence that coronil can cure corona disease. He said that there are many Ayurvedic medicines available in Nepal, which can increase the immunity of people and can also help in getting rid of corona infection. However, the World Health Organization has not yet approved any medicine that can treat corona.

नेपाल सरकार ने देश में पतंजलि की आयुर्वेद आधारित कोरोनिल के खिलाफ कोई औपचारिक प्रतिबंध लगाने का आदेश जारी नहीं किया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने मंगलवार को यह जानकारी दी।योगगुरु रामदेव ने पिछले साल 23 जून को आयुर्वेद आधारित कोरोनिल किट उस समय पेश की थी, जब भारत में कोविड-19 महामारी अपने चरम पर थी।स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता डॉ. कृष्ण प्रसाद पौडयाल ने उन खबरों का खंडन किया है, जिनमें कहा गया था कि नेपाल सरकार ने देश में कोरोनिल पर प्रतिबंध लगा दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने दवा के खिलाफ कोई औपचारिक प्रतिबंध आदेश जारी नहीं किया है।

उन्होंने कहा कि आम जनता को वितरित की जाने वाली किसी भी प्रकार की दवा को पहले स्वास्थ्य और जनसंख्या मंत्रालय के अंतर्गत औषधि प्रशासन विभाग में पंजीकृत होना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि कुछ समय पहले नेपाल के तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री हृदयेश त्रिपाठी को कोरोनिल का एक पैकेट उपहार में दिया गया था। उन्होंने कहा कि इसके अलावा मुझे इस मामले में कोई जानकारी नहीं है।स्वास्थ्य मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि इस बात का कोई सबूत नहीं है कि कोरोनिल कोरोना बीमारी को ठीक कर सकती है। उन्होंने कहा कि नेपाल में कई आयुर्वेदिक दवाएं उपलब्ध हैं, जो लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा सकती हैं और कोरोना संक्रमण से निजात दिलाने में भी मदद कर सकती हैं। हालांकि, विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अभी तक किसी भी ऐसी दवा को मंजूरी नहीं दी है जो कोरोना का इलाज कर सके।

Exit mobile version