मोहन जोशी,रामनगर(नैनीताल)। उत्तराखंड में हाथियों की असमय मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा मामला यहां नैनीताल जनपद के रामनगर का सामने आया है। यहां बिजली के करंट लगने से हाथी की दर्दनाक मौत हो गई। विद्युत करंट से एक और गजराज की मौत ने वन विभाग को हिला कर रख दिया है निरीह गजराजो कि मौतों के इस सिलसिले को रोकने के लिए वन विभाग को अब प्रभावी कदम उठाने पड़ेंगे नहीं तो डायनासोर की तरह गजराजो का भी हस्र हो जाएगा जिस तरह से वन्यजीवों के वास स्थलों के साथ छेड़छाड़ की जा रही है उससे हाथियों के के संरक्षण पर खतरा उत्पन्न होता जा रहा है। विकास खण्ड के ग्राम गौजानी गांव में कॉर्बेट पार्क से निकल कर आए टस्कर हाथी की करंट लगने से मौत हो गई। मौत की सूचना पर कॉर्बेट प्रशासन में हड़कंप मच गया।
बताया जा रहा है कि यह हाथी कॉर्बेट पार्क से निकलकर बगीचे में आ गया था। बगीचे में रोशनी के लिए लगाए गए बल्ब को हाथी ने सूंड से पकड़ा जिससे हाथी को करंट लगा और हाथी की मौत हो गई, आपको बता दें कि यह टस्कर हाथी पिछले 1 महीने से इस क्षेत्र में लगातार ग्रामीणों को परेशान कर रहा था, गांव के खेतों में हाथी उत्पाद मचा रहा था , अब तक कई एकड़ फसल कर चुका था बर्बाद, हाथी की मौत की सूचना मिलने के बाद कॉर्बेट पार्क के अधिकारी मौके पर पहुचे, अधिकारियों ने बताया कि हाथी की मौत के बारे में पोस्टमार्टम होने के बाद ही पता चल पायेगा,
हाथी की उम्र लगभग 40 साल के आसपास बताई जा रही है।
घटनाक्रम के अनुसार शनिवार की रात को यह हाथी चोरपानी में बिजरानी क्षेत्र के जंगल से निकलकर आया वहां ग्रामीणों ने हो-हल्ला कर वहां से भगा दिया था जिसके बाद यह हाथी गुजानी इलाके में कैलाश तिवारी के बगीचे में जा घुसा हाथी बगीचे में आया तो बगीचे में चौकीदार झोपड़ी बनाकर बाहर तार डालकर बल्ब जलाया हुआ था साथ ही आम के इस बगीचे में गेहूं बोये हुए थे जिसमें पानी लगा हुआ था हाथी बगीचे में घुसा तो उसने अपनी सूंड से बल्ब लगे तार को जैसे ही तोड़ा तो नीचे तार टूट कर पानी में जा गिरा और पानी में करंट दौड़ पड़ा जिससे हाथी करंट की चपेट में आ गया और मौके पर ही उसकी मौत हो गई।