
देहरादून: समय के साथ-साथ अपराध का दायरा और तरीका भी बदल रहा है। पिछले कुछ समय में साइबर अपराध बहुत तेजी से बढ़े हैं। इन अपराधों को रोकने के लिए केंद्र से लगकर राज्य सरकारें तक लगातार प्रयासों में जुटी हैं, लेकिन रोज बदलती तकनीक के कारण साइबर अपराधों पर उतनी सटीक रोक नहीं लग पा रही है।
आपको बता दें सरकार ने अब साइबर अपराधों को पूरी तरह रोकने पर फोकस करना शुरू कर दिया है। गृह मंत्रालय इसके लिए ऐसा तंत्र विकसित कर रहा है, जिससे साइबर अपराधों को तत्काल रोका जा सके। ऐसा सिस्टम तैयार किया जा रहा है, जिससे साइबर फ्रॉड की शिकायत होते ही ठगों के फोन नंबर खुद ही ब्लॉक हो जाएंगे।
केंद्र सरकार सभी राज्यों की पुलिस पोर्टल को ऐसे मोबाइल नंबर, बैंक अकाउंट उपलब्ध करा रही है। गृह मंत्रालय की ओर से ‘साइबर सेफ’ नाम का पोर्टल विकसित किया जा रहा है। इस पोर्टल पर सभी थाने, साइबर थाने और एसटीएफ अपनी आईडी से एक्सेस कर सकते हैं। अभी इसमें ऑफलाइन शिकायतों का डाटा इकट्ठा किया जा रहा है।
जल्द ही यह पोर्टल ऑनलाइन होने जा रहा है। इस पोर्टल के ऑनलाइन होने के बाद जैसे ही कोई साइबर ठगी का मामला होता है तो इस पोर्टल पर ठगों का वह नंबर जिससे कॉल की गई है को अपलोड किया जाएगा। पोर्टल पर नंबर अपलोड होते ही यह अपने आप ब्लॉक हो जाएगा। इसी तरह जिस खाते में रकम पहुंची है, वह खाता भी फ्रीज हो जाएगा।