देहरादून: पुलिस नशे के खिलाफ बड़ा अभियान चलाने की तैयारी में है। इसके लिए पुलिस की एंटी ड्रग टास्क फोर्स ने पूरा प्लान बनाया है। एंटी ड्रग टास्क फोर्स को आधुनिक उपकरणों से लैस कर और मजबूत किया जाएगा। नशीले पदार्थों की तस्करी से जुड़े तस्करों की संपत्ति कुर्क करने के साथ ही गैंगस्टर की कार्यवाही भी की जाएगी। प्रदेश में नशीले पदार्थों का धंधा बीते कुछ वर्षों में तेजी से फैल रहा है।
इनके निशाने पर युवा हैं। इनके हौसले इस कदर बुलंद हो रहे हैं कि वह अब पुलिस से भी नहीं डर रहे हैं। यहां तक कि कई बार यह पुलिस के साथ हाथापाई तक कर चुके हैं। तस्करों के निशाने पर अब स्कूल-कॉलेज से लेकर हॉस्टल तक आ गए हैं, जहां हर रोज मादक पदार्थों की खेप बेरोक-टोक पहुंच रही है। नशीले पदार्थों की खेप पश्चिमी यूपी और पंजाब के रास्ते यहां हर रोज पहुंच रही है।
इसके खिलाफ पुलिस लगातार अभियान चलाए हुए है लेकिन अभी तक इसमें अपेक्षित सफलता नहीं मिल पाई है। दरअसल, नशीले पदार्थों के मामले में पुलिस जिन्हें गिरफ्तार कर रही है वे बहुत छोटे दलाल होते हैं। जिनके पास 100 ग्राम से लेकर 500 ग्राम तक नशीला पदार्थ मिलता है। इनको नशीला पदार्थ पहुंचाने वाले असली तस्कर अभी भी पुलिस की पकड़ से दूर हैं। इन तस्करों के लिए दलालों का पकड़ा जाना कोई बड़ी बात नहीं है।
एंटी टास्क ड्रग फोर्स को मजबूत करने के साथ ही तस्करों पर गंभीर धाराओं पर मुकदमा दर्ज करने की कार्रवाई भी की जाएगी। इन पर गैंगेस्टर लगाने के साथ ही संपत्ति कुर्क करने जैसी कार्रवाई भी की जाएगी। डीजीपी अशोक कुमार का कहना है कि नशीले पदार्थ सप्लाई करने वाले नशे के सौदागारों पर लगाम लगाने के लिए सारे कदम उठाए जाएंग