मुनस्यारी। रविवार 6 दिसम्बर का दिन जिले के लिए साहसिक पर्यटन के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक दिन रहा। साहसिक पर्यटन के क्षेत्र में विगत लंबे समय से कार्य कर रही अग्रणी संस्था “आइस” की टीम द्वारा पर्यटन स्थल मुनस्यारी के तल्लाजोहार के विश्व प्रसिद्ध 148 मीटर बिर्थी फॉल में रैपलिंग कर राष्ट्रीय स्तर पर रिकॉर्ड कायम किया। ज्ञात है कि इससे पूर्व राष्ट्रीय स्तर का यह रिकॉर्ड आंध्र प्रदेश के कृतिका वाटर फॉल जिसकी कुल लंबाई 125 मीटर का रहा है।
रविवार को आइस संस्था द्वारा जिला प्रशासन पिथौरागढ़ एवं अन्य के सहयोग से पूर्वाह्न 11 बजे से बिर्थी वाटर फॉल में पहली रैपलिंग प्रारम्भ की गई जिसमें प्रसिद्ध साहसिक पर्वतारोही मनीष कसनियाल एवं जया क्षेत्री द्वारा फॉल के टॉप से ठंडे पानी की धाराओं के वेग से संघर्ष कर 148 मीटर उतरकर राष्ट्रीय स्तर का कीर्तिमान बनाया। झरने के तल पर उतरते ही इस अवसर पर उपस्थित साहसिक खेल प्रेमी, दर्शकों एवं आयोजकों द्वारा तालियों की गड़गड़ाहट से उनका स्वागत किया गया।इस कीर्तिमान को बनाए जाने हेतु आइस संस्था के कुल 30 साहसिक प्रतिभागियों द्वारा प्रतिभाग किया गया। प्रतिभागियों में 8 महिलाएं शामिल रही।
इस अवसर पर उपस्थित मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ एच सी पंत ने कहा कि आज उत्तराखंड राज्य के जनपद पिथौरागढ़ में रैपलिंग में राष्ट्रीय स्तर का जो रिकॉर्ड बनाया गया है, उससे निश्चित रूप से जिले एवं प्रदेश के लिए गर्व की बात है। इससे जिले में साहसिक गतिविधियों को आगे बढ़ाने में और अधिक सहयोग प्रदान होगा। बासू पांडे ने कहा कि कोरोना काल मे मुनस्यारी का पर्यटन कारोबार खासा प्रभावित हुआ है। इस तरह के आयोजन से बिर्थी के साथ ही मुनस्यारी का पर्यटन कारोबार भी परवान चढ़ने की उम्मीद है। साथ ही उन्होंने बताया कि उनकी कोशिश लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में शामिल होने की है। झरने के बीच पर्वतारोहण का रिकॉर्ड अभी तक आंध्र प्रदेश के नाम दर्ज है। जिन्होंने 125 मीटर की ऊंचाई से वाटर फॉल रैपलिंग की थी उन्होंने बिर्थी में 148 मीटर की ऊंचाई से रैपलिंग की है। कार्यक्रम को देखने पंहुचे 17 साल के अंश वर्धन उप्रेती ने कहा कि वो इस तरह के आयोजन से खासे उत्साहित हैं। वो भी आने वाले कल में साहसिक खेलों में शिरकत करने का मन बना चुका है।
जिला प्रशासन की ओर से पूरे कार्यक्रम की ड्रोन से रेकॉर्डिंग की गई। ई डिस्ट्रिक्ट मैनेजर दिनेश वर्मा ने बताया कि उन्होंने ड्रोन की मदद से पूरे साहसिक आयोजन की रिकॉर्डिंग की है जो आने वाले कल में साहसिक खेलों के लिए मील का पत्थर साबित हो सकती है। इस मौके पर, मुख्य चिकित्सा अधिकारी पिथौरागढ़ एच सी पंत,सेना के ले. बी एस परमार,पूर्व विधायक मयूख महर, ग्राम प्रधान बिर्थी राधिका देवी, केएमवीएन के मैनेजर दिनेश गुरुरानी, केएमवीएन बिर्थी के मैनेजर केदार दानू, सामाजिक कार्यकर्ता जगदीश कलौनी, सहित विभिन्न क्षेत्रों से आये पर्यटक,स्थानीय नागरिक आदि मौजूद रहे।