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नवनीत कालरा मामले में क्राइम ब्रांच के हाथ लगी कुछ अहम जानकारी

Navneet Kalra, restaurant businessman arrested in the black marketing case of Oxygen Concentrator, conducted intensive interrogation and gathered important evidence by keeping him in the office of Inter State Cell in Chanakyapuri for three consecutive days. After Gurugram was arrested from Sohna, the police took him on remand for questioning. The Enforcement Directorate has also registered a case against Kalra under the section on money laundering. The Enforcement Directorate has made the case of Delhi Police as the basis of its case. The ED will now investigate Kalra's bank accounts and find out how much money was received in the black marketing of the contractor. While on remand, he was first taken to his farm house in Chhatarpur, office at Okhla, Khan Chacha and Town Hall Restaurant at Khan Market and Dayal Optics. Later he was also taken to the plush Vatika City Farm House in Karan Ki Kherli village in Gurugram, Sohna, his brother-in-law Summer Qureshi. Kalra was hidden in this farm house for several days. Police has seized some laptops, diaries and many other documents from all these places. Two mobile phones of Kalra were also seized. Laptop and mobile have been sent to forensic lab for investigation. The police officer says that the interrogation has given many important information related to Kalabazaris from Kalra. A lot of information has also been received from his mobile phone, laptop, diary and documents. In the interrogation, information was also obtained about which people are involved in the business of black marketing. It may be that after getting information from Kalra, the Crime Branch may arrest some others as well.

ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की कालाबाजारी मामले में गिरफ्तार रेस्तरां कारोबारी नवनीत कालरा से क्राइम ब्रांच ने लगातार तीन दिनों तक चाणक्यपुरी स्थित इंटर स्टेट सेल के आफिस में रखकर सघन पूछताछ की और अहम सुबूत जुटाए। गुरुग्राम के सोहना से गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने उसे पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया था। कालरा के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय ने भी मनी लांड्रिंग की धारा में केस दर्ज कर लिया है। दिल्ली पुलिस के मुकदमे को ही प्रवर्तन निदेशालय ने अपने केस का आधार बनाया है। ईडी अब कालरा के बैंक खातों की पड़ताल कर पता लगाएगी की कंसंट्रेटर की कालाबाजारी में कितने पैसे आए।

रिमांड पर लेने के दौरान पहले उसे छतरपुर स्थित उसके फार्म हाउस, ओखला स्थित आफिस, खान मार्केट स्थित खान चाचा व टाउन हॉल रेस्तरां तथा दयाल ऑप्टिकल्स ले जाया गया। बाद में उसे उसके साले समर कुरेशी के गुरुग्राम, सोहना स्थित करण की खेरली गांव में बने आलीशान वाटिका सिटी फार्म हाउस भी ले जाया गया। इसी फार्म हाउस में कालरा कई दिनों तक छिपा था। इन सभी जगहों से पुलिस ने कुछ लैपटॉप, डायरी व अन्य काफी सारे दस्तावेज जब्त किए हैं। कालरा के दो मोबाइल फोन भी जब्त कर लिए गए। लैपटॉप व मोबाइल को जांच के लिए फॉरेंसिक लैब भेज दिया है।

पुलिस अधिकारी का कहना है कि पूछताछ से कालरा से कालाबाज़ारी से संबंधित कई अहम जानकारी मिली है। उसके मोबाइल फ़ोन, लैपटॉप, डायरी व दस्तावेजों से भी काफी जानकारी मिली है। पूछताछ में यह भी जानकारी प्राप्त की गई कालाबाज़ारी के धंधे में उसके साथ कौन कोन लोग शामिल हैं। हो सकता है कि कालरा से मिली जानकारी के बाद क्राइम ब्रांच कुछ अन्य को भी गिरफ्तार करे।

 

 

 

 

 

 

 

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