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मंत्री हरक सिंह रावत ने ली आयुष विभाग समीक्षा बैठक, अधिकारियों को दिये ये निर्देश

State AYUSH Minister Dr. Harak Singh Rawat held a review meeting of AYUSH department in the Vidhan Sabha Hall. The Minister directed the departmental officers to strengthen the infrastructure related to health services to improve health facilities in rural and remote areas and to prevent the third wave of COVID-19 pandemic infection in the state. In this regard, work should be done on the principle of minimum cost and better facilities. This proposal will be brought in the cabinet. It was instructed in the meeting that 24 hours health facilities should be provided in such places where there is no allopathic hospital but there is ayurvedic hospital. All types of first aid facilities including oxygen bed cylinders will be provided in these hospitals. There are 429 internal ayurvedic hospitals in the state, out of which 158 ayurvedic hospitals are planned to be upgraded for this purpose. The bed capacity in these hospitals will be increased from 4 to 10. Such Ayurvedic hospitals, which have buildings but lack of equipment and human resources, due to which the above hospitals are not being used properly, equipment, human resources will be arranged by upgrading the above hospitals. On this occasion, Secretary AYUSH Chandresh Yadav, Secretary Finance V. Shanmugam, Additional Secretary Medical Arunendra Chauhan, Additional Secretary Finance Amita Joshi, Director Ayurvedic MP Singh, Deputy Secretary Ayush Gajendra Singh Kafalia and other departmental officers were present. More about मंत्री हरक सिंह रावत ने ली आयुष विभाग समीक्षा बैठक, अधिकारियों को दिये ये निर्देश प्रदेश के आयुष मंत्री डाॅ0 हरक सिंह रावत ने विधान सभा कक्ष में आयुष विभाग की समीक्षा बैठक की। मंत्री ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिये कि प्रदेश में ग्रामीण एवं दूरस्थ क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार के लिए और कोविड-19 वैश्विक महामारी संक्रमण की तीसरी लहर को रोकने के लिए स्वास्थ्य सेवाओं से सम्बधित आधारभूत संरचना मजबूत किया जाय। इस सम्बन्ध में न्यूनतम खर्च और बेहतर सुविधा के सिद्धान्त पर कार्य किया जाय। यह प्रस्ताव कैबिनेट में लाया जायेगा। बैठक में निर्देश दिया गया कि ऐसे स्थान जहाॅ एलोपैथिक चिकित्सालय नही है किन्तु आयुर्वेदिक चिकित्सालय है, इनमें 24 धण्टे स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान किया जाय। इन चिकित्सालयों में आक्सीजन बेड सिलेण्डर सहित सभी प्रकार की प्राथमिक इलाज की सुविधा दी जायेगी। प्रदेश में 429 अन्तरंग आयुर्वेदिक चिकित्सालय है जिनमें 158 आयुर्वेदिक चिकित्सालय को इस उददेश्य से अपग्रेड करने की योजना है। इन चिकित्सालयों में बेड की क्षमता 4 से बढाकर 10 किया जायेगा। ऐसे आयुर्वेदिक चिकित्सालय जिनके पास भवन तो है परन्तु उपकरण और मानव संसाधन का अभाव है, इसके चलते उक्त चिकित्सालयों को समुचित उपयोग नही किया जा रहा है, उक्त चिकित्सालयों को अपग्रेड करते हुए उपकरण, मानव संसाधन की व्यवस्था की जायेगी। इस अवसर पर आयुष सचिव चन्द्रेश यादव, सचिव वित्त वी0 षणमुगम, अपर सचिव चिकित्सा अरूणेन्द्र चैहान, अपर सचिव वित्त अमिता जोशी, निदेशक आयुर्वेदिक एम0पी0सिंह, उप सचिव आयुष गजेन्द्र सिंह कफलिया सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे। Coronavirus disease (COVID-19) Get the latest information

प्रदेश के आयुष मंत्री डाॅ0 हरक सिंह रावत ने विधान सभा कक्ष में आयुष विभाग की समीक्षा बैठक की। मंत्री ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिये कि प्रदेश में ग्रामीण एवं दूरस्थ क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार के लिए और कोविड-19 वैश्विक महामारी संक्रमण की तीसरी लहर को रोकने के लिए स्वास्थ्य सेवाओं से सम्बधित आधारभूत संरचना मजबूत किया जाय। इस सम्बन्ध में न्यूनतम खर्च और बेहतर सुविधा के सिद्धान्त पर कार्य किया जाय। यह प्रस्ताव कैबिनेट में लाया जायेगा।

बैठक में निर्देश दिया गया कि ऐसे स्थान जहाॅ एलोपैथिक चिकित्सालय नही है किन्तु आयुर्वेदिक चिकित्सालय है, इनमें 24 धण्टे स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान किया जाय। इन चिकित्सालयों में आक्सीजन बेड सिलेण्डर सहित सभी प्रकार की प्राथमिक इलाज की सुविधा दी जायेगी। प्रदेश में 429 अन्तरंग आयुर्वेदिक चिकित्सालय है जिनमें 158 आयुर्वेदिक चिकित्सालय को इस उददेश्य से अपग्रेड करने की योजना है। इन चिकित्सालयों में बेड की क्षमता 4 से बढाकर 10 किया जायेगा।

ऐसे आयुर्वेदिक चिकित्सालय जिनके पास भवन तो है परन्तु उपकरण और मानव संसाधन का अभाव है, इसके चलते उक्त चिकित्सालयों को समुचित उपयोग नही किया जा रहा है, उक्त चिकित्सालयों को अपग्रेड करते हुए उपकरण, मानव संसाधन की व्यवस्था की जायेगी। इस अवसर पर आयुष सचिव चन्द्रेश यादव, सचिव वित्त वी0 षणमुगम, अपर सचिव चिकित्सा अरूणेन्द्र चैहान, अपर सचिव वित्त अमिता जोशी, निदेशक आयुर्वेदिक एम0पी0सिंह, उप सचिव आयुष गजेन्द्र सिंह कफलिया सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

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