नई दिल्ली। एमडीएच कंपनी के मालिक धर्मपाल गुलाटी का 98 साल की उम्र में निधन हो गया है। उन्होंने आज सुबह साढ़े पांच बजे अंतिम सांस ली। उनको कोरोना भी हुआ था, लेकिन कोरोना को मात देने के बाद पूरी तरह स्वस्थ हो गए थे। उनका निधन हार्ट अटैक से हुआ।
पद्मभूषण सम्मान हासिल कर चुके गुलाटी का जन्म पाकिस्तान के सियालकोट में 1923 में हुआ था। देश विभाजन के बाद वो वापस भारत आ गए। मसाला कंपनी खड़ी करने से पहले परिवार का भरण-पोषण करने के लिए वो तांगा चलाते थे। कुछ पैसा जमा होने के बाद उन्होंने दिल्ली के करोल बाग की अजमल खां रोड पर मसाले की एक दुकान खोली। इस दुकान से मसाले का कारोबार धीरे-धीरे इतना फैलता गया कि आज उनकी भारत और दुबई में मसाले की 18 फैक्ट्रियां हैं। इन फैक्ट्रियों में तैयार एमडीएच मसाले दुनियाभर में पहुंचते हैं। एमडीएच के 62 प्रॉडक्ट्स हैं। कंपनी के दावे के अनुसार कंपनी का उत्तर भारत के 80 प्रतिशत बाजार पर कब्जा। धरमपाल गुलाटी अपने उत्पादों का ऐड खुद ही करते थे। अक्सर आपने उन्हें टीवी पर अपने मसालों के बारे में बताते देखा होगा। उन्हें दुनिया का सबसे उम्रदराज ऐड स्टार माना जाता था। धरमपाल गुलाटी पांचवीं तक पढ़े थे। उन्होंने भले ही किताबी शिक्षा अधिक ना ली हो, लेकिन कारोबार में बड़े-बड़े दिग्गज उनका लोहा मानते थे। यूरोमॉनिटर के मुताबिक, धरमपाल गुलाटी एफएमसीजी सेक्टर के सबसे ज्यादा कमाई वाले सीईओ थे। सूत्रों ने बताया कि 2018 में 25 करोड़ रुपये इन-हैंड सैलरी मिली थी। गुलाटी अपनी सैलरी का करीब 90 फीसदी हिस्सा दान कर देते थे। वह 20 स्कूल और 1 हॉस्पिटल भी चला रहे थे।