देहरादून। महिलाओं की ओर से तैयार उत्पादों को अब बाजार मिल गया है। उत्पादों को महिलाएं यहां लाकर स्टॉल में लगा सकेंगी। शुक्रवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सुभाष रोड पुलिस मुख्यालय के सामने स्थित शोरूम स्वावलंबनी का उद्घाटन किया।
सरस्वति जागृति स्वयं सहायता समूह और महिला हथकरघा बुनकर समूह की ओर से संचालित इस शोरूम में पहाड़ी उत्पादों के साथ ही हथकरघा से तैयार कपड़ों के 10 से अधिक स्टॉल लगाए गए हैं। इस दौरान मुख्यमंत्री ने महिला स्वयं सहायता समूहों को महिलाओं के आर्थिक स्वावलंबन का मजबूत आधार बताते हुए कहा कि महिला सशक्तिकरण के साथ पहाड़ी व्यंजनों को बढ़ावा देने, पर्यटकों को उत्तराखंड के पारंपरिक पहनावा, व्यंजन आदि की इस माध्यम से पहचान बनाई जाएगी।
उन्होंने कहा कि पर्यटन प्रदेश में पर्यटकों को पहाड़ी व्यंजनों की चाहत रहती है, इससे यहां के उत्पाद को देश दुनिया में पहचान मिलने के साथ लोग पारंपरिक और उत्पादन के प्रति प्रेरित होंगे। इस मौके पर महापौर सुनील उनियाल गामा, सरस्वती जागृति महिला स्वयं सहायता समूह की अध्यक्ष पूजा तोमर, सुषमा वर्मा, गायत्री श्रीवास्तव, रिद्धि कांबोज आदि मौजूद रहे।
कंडाली चाय, चैंसू भात का लिया आनंद
समूह की अध्यक्ष पूजा तोमर ने बताया कि पहाड़ी रसोई के तहत कंडाली चाय, चैंसू भात, अरसे आदि पारंपरिक व्यंजन का आनंद ले सकते हैं। देहरादून के अलावा विकासनगर, चकराता, उत्तरकाशी आदि क्षेत्रों की महिला समूहों ने विभिन्न स्टॉल लगाए हैं।
करियर काउंसलिंग और स्ट्रेस मैनेजमेंट पर कार्यशाला
महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग के शहर परियोजना की ओर से काउंसलिंग में बालक-बालिकाओं को विभिन्न योजनाओं और स्वास्थ्य संबंधी जानकारी दी गई। करियर काउंसलिंग और स्ट्रेस मैनेजमेंट विषय पर आयोजित दो दिवसीय कार्याशाला के अंतिम दिन सेवायोजन अधिकारी प्रवीण गोस्वामी ने स्वरोजगार के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान में स्वरोजगार के जरिये युवा काफी आगे बढ़ रहे हैं। इससे बेरोजगारों को भी रोजगार मिल रहा है। क्लीनिकल रिहेबिलिटेशन साइकोलॉजी, एनआइवीएच के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर डॉ. सुरेंद्र ढालवाल ने प्रतिभागियों को स्ट्रेस मैनेजमेंट पर ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया और प्रतिभागियों के प्रश्नों के जवाब भी दिए। बाल विकास परियोजना अधिकारी क्षमा बहुगुणा ने बालिकाओं को नंदा गौरा योजना व बाल विवाह के बारे में जानकारी र्दी। इस दौरान साइबर क्राइम के बारे में जानकारी देते हुए खातों को सुरक्षित रखने के टिप्स दिए। इस मौके पर राज्य समन्वयक विमला मखलोगा, सुप्रिया चंद, महिला कल्याण अधिकारी सरोज ध्यानी सुपरवाइजर, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता रहे।