ऊखीमठ। विश्व विख्यात पर्यटक स्थल देवरियाताल के आंचल में बसे सारी गाँव में भगवती नन्दा के आगमन पर पौराणिक बगडवाल नृत्य मुख्य आकर्षण का केंद्र रहा, जबकि पौराणिक जागरों से देर सायं तक भगवती नन्दा की महिमा का गुणगान हुआ, जिसमें ग्रामीणों व धियाणियों ने बढ़ चढ़कर भगवती नन्दा का आशीर्वाद लिया।
शुक्रवार को भगवती नन्दा सारी गाँव से विदाई लेकर अपने पूजा स्थल मक्कू गाँव में क्षेत्र की खुशहाली व जगत कल्याण के लिए तपस्यारत हो जायेगी। बुधवार को भगवती नन्दा का सारी गाँव में आगमन हुआ था व ग्रामीणों के सामूहिक अर्ध्य व भोग लगाने के बाद भगवती नन्दा की स्थापना नन्दा खेत में कर विशेष श्रृंगार किया गया था। रात भर पौराणिक जागरों से तैतीस कोटि देवी-देवताओं व भगवती नन्दा की स्तुति की गई। गुरूवार को ब्रह्म बेला पर पुजारी रामचंद्र भटट् ने पंचाग पूजन के तहत सभी देवी-देवताओं का आहवान किया तथा रघुवीर सिंह नेगी, मुरली सिंह नेगी, दिलवर सिंह नेगी, कुलदीप सिंह नेगी, जीतपाल सिंह नेगी दिनभर पौराणिक जागरों से भगवती नन्दा की महिमा का गुणगान किया। दोपहर बाद भगवती नन्दा के दर्शन के बाद बगडवाल नृत्य मुख्य आकर्षण रहा। बगडवाल नृत्य में शिरकत करने पहुंचे पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष चण्डी प्रसाद भटट् ने कहा कि भगवती नन्दा के मायके आगमन व उनके आगमन पर बगडवाल नृत्य की परम्परा प्राचीन है।
भविष्य में भगवती नन्दा के आगमन को भव्य रूप दिया जायेगा जिससे हमारी पौराणिक संस्कृति जीवित रह सके। सामाजिक कार्यकर्ता गजपाल भटट् ने बताया कि भगवती नन्दा ने नगर भ्रमण कर सभी को आशीष दिया। बताया कि शुक्रवार सुबह भगवती नन्दा को भोग अर्पित करने के बाद सारी गाँव से भावुक क्षणों में विदा होगी और मक्कू गाँव पहुंचने पर जगत कल्याण के लिए तपस्यारत होगी।