मेरठ: बसंत ऋतु में प्रकृति और मौसम में जनमन को अह्लादित कर देती है। प्रेमी प्रेमिकाओं का पर्व वेलेंटाइन डे रविवार को था। पर जहां तक मेरठ का सवाल है यहां प्रेमी प्रेमिकाओं के रिश्ते कई बार खतरनाक मोड़ पर पहुंच जाते हैं। कई मामलों में यह मौत की वजह बनते हैं। इसमें चाहे प्रेमिका एक प्रेमी को छोड़कर दूसरे के साथ हो ले या इसी तरह की कोई और वजह।
वर्ष 2019 में तीस मेट्रो पोलिटन शहरों में कुल अपराधों का जो विश्लेषण हुआ है उसमें मेरठ में हत्याओं की संख्या में वर्ष 2018 की तुलना में दुगनी हत्याएं हुई हैं। वर्ष 2019 में इन शहरों में कुल हत्याएं हुई हैं जिनमें मेरठ में 11 हत्याओं के मामले आए हैं। 30 शहरों में मेरठ में हुई मौतें सर्वाधिक हैं। इसके बाद आगरा है जहां प्रेम प्रसंग के चलते पांच लोगों की बलि चढ़ गई।
वर्ष 2016 में 30 मेट्रोपोलिटन शहरों में प्रेम प्रसंग के चलते हुई वारदातों में कुल 46 हत्याएं हुई थी। जिनमें ग्वालियर में सर्वाधिक 10 हत्याएं हुई थी। आगरा में एक और प्रयागराज में प्रेम प्रसंग के मामले में सात हत्याएं हुई थी। मेरठ में छह लोगों की जान गई थी। पिछले दो सालों में स्थिर रहा है क्राइम का ग्राफ 2018 में इसी मामले में आगरा में 10 मर्डर हुए थे।
मेरठ में पांच हत्याएं हुई थी। इस साल 30 मेट्रो सिटी में 79 मामले आए थे। भोपाल में सात हत्याओं के मामले आए थे। 2019 में मेट्रोपोलिटन शहरों में कुल मौतों का आंकाड़ा 79 पर ही टिका रहा। पर मेरठ का आंकड़ा इकाई से दहाई के अंक को पार कर गया।
पिछले सालों में मेरठ में प्रेम प्रसंग के मामले में हुई मौतें
वर्ष प्रेम के मामलों में मौत
2019 11
2018 5
2017 उपलब्ध नहीं
2016 6