कोटद्वार। पूर्व मंत्री सुरेन्द्र सिंह नेगी ने श्रम विभाग में हुए घोटाले को लेकर श्रम मंत्री पर निशाना साधते हुए कहा है कि विगत साढ़े तीन सालों में श्रम विभाग में गरीब मजदूरों के उत्थान के लिए उपयोग में आने वाले पैसों की खूब बंदरबांट की गई है, जो कि प्रदश के लिए शर्मसार करने वाली बात है। उन्होंने कहा कि श्रमिकों के नाम पर पैसों की बंदरबांट होने से श्रमिकों को उनके अधिकारों से वंचित रखा गया है। श्रम विभाग में हुए घोटाले को लेकर मुख्यमंत्री के द्वारा श्रम बोर्ड के अध्यक्ष को बरखास्त करना ही काफी नहीं है बल्कि इस घोटाले की सीबीआई जांच होनी जरूरी है।