जापान और श्रीलंका में बढ़ते कोरोना वायरस मामलों के बीच अमेरिकी विदेश विभाग ने अपने नागरिकों को इन देशों की यात्रा न करने की चेतावनी दी है। अमेरिका के विदेश विभाग ने सोमवार को कहा, ‘इस सप्ताह निम्नलिखित यात्रा सलाह का मूल्यांकन किया गया है और अपडेट के साथ फिर से जारी किया गया है, जिसे स्तर 4 तक बढ़ाया दिया गया है। इसके तहत जापान, श्रीलंका की यात्रा नहीं करने की सलाह दी जा रही है।’
सीडीसी ने भी जारी किया अलर्ट
यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) ने एक नए अलर्ट में कहा कि अमेरिकियों को जापान की सभी यात्रा से बचना चाहिए और किसी को भी वहां यात्रा करने से पहले टीकाकरण करा लेना चाहिए। इसमें कहा गया है, ‘जापान में मौजूदा स्थिति के कारण पूरी तरह से टीका लगाए गए यात्रियों को भी कोरोना के नए वेरिएंट्स की चपेट में आने का खतरा हो सकता है इसलिए उन्हें जापान की यात्रा से बचना चाहिए।’
जापान में कोविड के सात लाख से अधिक मामले
गौरतलब है कि अमेरिका की तरफ से यह चेतावनी टोक्यो में होने वाले ओलंपिक से कुछ महीने पहले दी गई है। टोक्यो में जुलाई में ओलंपिक होना है। महामारी के कारण ओलंपिक को एक बार पहले ही स्थगित किया जा चुका है। जापान में कोरोना के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है क्योंकि देश में ओलंपिक खेलों से पहले रविवार (23 मई) तक सात लाख से अधिक कोरोना वायरस केस दर्ज किए गए हैं।
श्रीलंका ने ट्रेनों, बसों के परिचालन पर रोक लगाई
वहीं कोविड-19 के बढ़ते मामलों और मौतों की बढ़ती संख्या को रोकने के लिए श्रीलंका ने यात्री ट्रेनों एवं बसों के परिचालन पर चार दिन के लिए रोक दी है तथा देशभर में नए यात्रा प्रतिबंध लागू कर दिए हैं।यह कदम तब उठाया गया है जब द्वीप देश के प्रमुख चिकित्सा संगठनों ने सरकार से देश में दो सप्ताह के लिए लॉकडाउन लगाने की मांग की है।इन संगठनों का कहना है कि कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों की वास्तविक संख्या ज्ञात संख्या से तीन गुना से भी अधिक है।श्रीलंका ने पहले ही सार्वजनिक समारोहों, पार्टियों, शादियों पर प्रतिबंध लगा दिया है और स्कूलों तथा विश्वविद्यालयों को बंद कर दिया है।स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि श्रीलंका में संक्रमण के कुल पुष्ट मामलों की संख्या 1,54,786 हो गई है और महामारी से 1089 लोगों की मौत हुई है।