उत्तरकाशी। जनपद उत्तरकाशी में अब प्राथमिक स्कूलों के विकास के ऊपर जिलाधिकारी मयूर दीक्षित द्वारा पूरा फोकस किया जा रहा है। स्कूलों के खुलने तक जिलाधिकारी सरकारी प्राथमिक स्कूलों के सुधारीकरण की ओर काम कर रहे हैं। स्कूल के अंदर ही छात्रों के लिए सभी सुविधाओं का इंतजाम किया जा रहा है। छात्रों को पौष्टिक मिड-डे मील मिले इसके लिए एक बेहद सराहनीय पहल की जा रही। उत्तरकाशी में मध्याहन भोजन यानी कि मिड डे मील में प्राथमिक सरकारी विद्यालय में पढ़ रहे सभी छात्र-छात्राओं को पौष्टिक आहार मिले और स्कूल के खुलने तक भोजन माताओं को भी रोजगार मिल सके इसके लिए उत्तरकाशी में हर विद्यालय के अंदर के किचन गार्डन तैयार करवाए जा रहे हैं। किचन गार्डन में विद्यायल परिसर के एक छोटे से स्पेस के अंदर हरी एवं पौष्टिक सब्जियां उगाई जाएंगी और इन्हीं सब्जियों को बच्चों के मिड डे मिल में इस्तेमाल कर भोजन की पौष्टिकता को बढ़ाया जाएगा। स्कूल के अंदर ही खाना बनने से साफ सफाई भी कायम रहेगी और खाने की शुद्धता भी कायम रहेगी।
यह उत्तरकाशी प्रशासन द्वारा एक बेहद सराहनीय कदम है। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने सर्व शिक्षा व रमसा (राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान) की समीक्षा बैठक में किचन गार्डन के ऊपर सहमति जता दी है और शिक्षा विभाग को गंभीरता से काम करवाने के निर्देश भी दे दिए हैं। कोरोना की महामारी को मध्यनजर रखते इन दिनों सरकारी स्कूलों के अंदर छोटी कक्षा के बच्चे नहीं आ रहे हैं। ऐसे में वर्तमान में उनके लिए किचन गार्डन तैयार करने के लिए काफी समय है। इसी को देखते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि भोजन माताओं के पास प्राथमिक स्कूल के विद्यार्थियों के लिए किचन गार्डन को बेहतर बनाने का पर्याप्त समय है। जब तक स्कूल खुल जाएंगे तब तक किचन गार्डन में सब्जियां तैयार हो जाएंगी और उन्हीं सब्जियों को फिर उन बच्चों के लिए भोजन बनाते समय इस्तेमाल किया जाएगा। इसी के अलावा जिलाधिकारी ने कहा है कि जिन विद्यालयों में पेयजल की व्यवस्था ठीक नहीं है वे विद्यालय जल जीवन मिशन के तहत आवेदन करें ताकि सभी बच्चों को साफ पानी पीने के लिए मिले।
जिलाधिकारी ने शिक्षा विभाग तीन अपर अभियंताओं का विकासखंड परिवर्तित करने के निर्देश दिए हैं। इन अभियंताओं के काफी लंबे समय से स्थानांतरण नहीं हुए हैं और इसके अलावा जिलाधिकारी ने निर्माण कार्य की गुणवत्ता को सुनिश्चित करने के लिए अन्य विभागों के अभियंताओं से निरीक्षण कराने के निर्देश दे दिए हैं। गुणवत्ता में कोई भी कमी आएगी तो उसको तत्काल रुप से दूर किया जाएगा। छोटे बच्चों को पोषक आहार और स्वच्छ जल के साथ साथ ही जिलाधिकारी ने शिक्षाधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा है कि उत्तरकाशी में जो भी विद्यालय शौचालय विहीन है या जहां पर शौचालयों की हालत बद से बदतर है और शौचालय निर्माण के लिए धनराशि स्वीकृत नहीं की गई है उन विद्यालय की सूची भी उनको तत्काल रूप से उपलब्ध कराएं ताकि उत्तरकाशी में सभी सरकारी विद्यालयों के अंदर शौचालय का निर्माण किया जा सके।