स्वस्थ व्यक्ति के लिए एक दिन में एक चम्मच नमक का सेवन बहुत है, इससे ज़्यादा नमक नहीं खाना चाहिए। चीनी की तरह ही अधिक नमक के सेवन से कैलोरी बढ़ने लगती है और दिल की बीमारी से लेकर कैंसर तक का खतरा बढ़ जाता है। बिना नमक के भोजन बनाने की कल्पना नहीं की जा सकती, क्योंकि इसके बिना व्यंजन में स्वाद नहीं आता, लेकिन नमक की संतुलित मात्रा ज़रूरी होती है यदि यह अधिक हो जाए तो पूरे भोजन का स्वाद बिगाड़ देता है। इसी तरह से यदि शरीर में इसकी मात्रा अधिक हो जाए तो यह आपके शरीर का संतुलन बिगाड़कर इसे बीमार बना देगा।
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, सोडियम शरीर के लिए ज़रूरी है, लेकिन इसकी मात्रा अधिक हो जाने पर कई गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। विशेषज्ञों के मुताबिक, एक स्वस्थ व्यक्ति के लिए एक दिन में एक चम्मच नमक का सेवन बहुत है, इससे ज़्यादा नमक नहीं खाना चाहिए। चीनी की तरह ही अधिक नमक के सेवन से कैलोरी बढ़ने लगती है और दिल की बीमारी से लेकर कैंसर तक का खतरा बढ़ जाता है।
यदि आपको भी सब्ज़ी-दाल में अलग से नमक खाने की आदत है तो उसे बदल लीजिए। हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, अधिक नमक खाने से यूरीन में कैल्शियम का लेवल स्तर बढ़ जाता है जिससे किडनी स्टोन की समस्या हो सकती है। यदि आपको किडनी स्टोन की समस्या है तो नमक के सेवन की मात्रा सीमित कर दें। साथ ही अधिक नमक खाने से वज़न भी बढ़ने लगता है।
विशेषज्ञों के मुताबिक, शरीर में सोडियम की थोड़ी मात्रा ज़रूरी है, लेकिन इसके अधिक होने पर कई तरह की बीमारियां हो सकती है। ज़्यादा नमक से हाई बीपी की समस्या भी हो सकती है। दरअसल, सोडियम अधिक होने पर ब्लड फ्लो बढ़ जाता है और बहुत अधिक ब्ल्ड फ्लो के कारण दिल और धमनियों पर प्रेशर आता है जिसके कारण हार्ट अटैक और दिल संबंधी अन्य बीमारियां हो सकती हैं। यदि आपको हाई ब्लड प्रेशर की समस्या है तो बहुत ज़रूरी है कि आप भोजन में नमक की मात्रा बिल्कुल सीमित कर दें।
यदि आप अचार, पापड़, चटनी जैसी चीज़ें अधिक खाते हैं तो याद रखिए कि इन पदार्थों में नमक की मात्रा अधिक होती है जो सेहत के लिए ठीक नहीं है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, ज़्यादा नमक के सेवन से डिहाइड्रेशन की समस्या हो सकती है। इससे बचने के लिए सीमित मात्रा में नमक का सेवन करें और खूब पानी पीएं।
डिहाइड्रेशन के साथ ही अधिक नमक खाने से वाटर रिटेंशन की समस्या भी हो सकती है, इसे फ्लूड रिटेंशन भी कहते हैं। इसमें शरीर में आवश्यकता से अधिक पानी जमा हो जाता है जिसकी वजह से हाथ, पैर और चेहरे में सूजन आ जाती है। त्वचा में भी सूजन हो जाती है। इसलिए बहुत ज़रूरी है कि आप चीनी की तरह ही खाने में नमक की भी मात्रा सीमित ही रखें और अधिक नमक वाले अचार, पापड़, चिप्स, नमकीन आदि से परहेज़ करें।