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देहरादून में अंतरराष्ट्रीय कॉल सेंटर का भंडाफोड़, एसटीएफ को मिली करोड़ों की ट्रांजेक्शन

देहरादून: राज्य पुलिस के नए मुखिया अशोक कुमार के नेतृत्व में SPECIAL TASK FORCE ने पूरी ताकत संगठित अपराध के खिलाफ झोंक दी है ।एसएसपी एसटीएफ अजय सिंह की खास सूचना पर शहर की पॉश कॉलोनी बसंत बिहार में रात भर चली कार्यवाही में इंटरनेशनल कॉल सेन्टर का भंडाफोड़ किया है| यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ अमेरिका के सीनियर सिटीजन्स को बनाते थे निशाना, बता दें की STF की जिम्मेदारी IPS अजय सिंह के पास है। जिम्मेदारी मिलने के बाद से ही STF के नए कप्तान अजय सिंह एक्शन में हैं। उन्होंने अब तक राज्य और राज्य के बाहर से कई बड़े बदमाशों को पकड़ कर सलाखों के पीछे पहुंचाने में सफलता हासिल की है।कॉल सेंटर से करोड़ों के ट्रांजेक्शन की जानकारी हाथ लगी है। एसटीएफ की कार्रवाई अभी जारी है। बताया जा रहा है इस गिरोह के तार कई शहर और कुछ बड़े लोगों तक जुड़े हो सकते हैं। एसटीएफ के एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि लम्बे समय से देहरादून में फर्जी कॉल सेंटर चलाने की सूचना मिल रही थी।गुरुवार की रात एसटीएफ ने कुछ इनपुट पर जांच की तो शहर की पॉश कॉलोनी वसंतविहार में इसके संचालन की जानकारी मिली। यहां एसटीएफ ने गुरुवार की रात को छापा मारा तो एक भवन में अंतरराष्ट्रीय कॉल सेंटर संचालित होना पाया गया। उन्होंने बताया कि रात भर चली कार्रवाई में अंतरराष्ट्रीय कॉल सेन्टर में कई चौकाने वाले तथ्य सामने आए हैं।

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पांच आरोपी

इंटरनेशनल कॉल सेन्टर का भंडाफोड़

STF की रात भर चली कार्रवाई में इंटरनेशनल कॉल सेन्टर का भंडाफोड़ किया है। ये कॉल सेंटर वाले अमेरिका (USA) के सीनियर सिटीजन्स को निशाना बनाते थे।एसटीएफ ने यहां से 22 कम्प्यूटर उपकरण आदि के साथ दिल्ली के रहने वाले चार और एक अन्य आरोपी को गिरफ्तार किया है।उनके पास चार लाख से ज्यादा कैश और करोड़ो के ट्रांजेक्शन का पता चला है। एसएसपी ने बताया कि अभी कार्रवाई जारी है।
विदेशों से की गई करोड़ों के ट्रांजेक्शन का पता चला है। थाना वसंत विहार क्षेत्र में रात से लगातार कार्रवाई चल रही है। एसएसपी एसटीएफ IPS अजय सिंह के मुताबिक जांच जारी है| जांच में हो सकता है ठगी का बड़ा खुलासा आऱोपियों से पूछताछ की जा रही है।

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                                                                                                          फर्जी कॉल सेंटर

ऐसे करते थे विदेशों से ठगी

प्रभारी एसटीएफ ने बताया कि सूचना मिली थी कि देहरादून में एक ऐसा कॉल सेन्टर संचालित हो रहा है जो विदेशों में रहने वाले विषेशकर सिनियर सिटिजन और विकंलागं के साथ सेना से रिटायर अधिकारियों-कर्मचारियों का फर्जी तरीके से Social Security Number(SSN) नम्बर हैकरों से प्राप्त कर के उनका पर्सनल विवरण जैसे पता, मोबाईल नम्बर, बैंक विवरण, व्यवसाय आदि प्राप्त कर उन नम्बरों पर Voice Over Internet Protocol (VOIP) कॉल करके पुलिस अधिकारी/लॉ इन्फोरसमेन्ट एजेन्सी का अधिकारी बन कर उन्हे डराते थे।या बीमा पालिसी पर स्कीम-बोनस का लालच देकर उनको कुछ गिफ्ट कार्ड प्रदान कर उनमें कुछ धनराशि के निवेश के नाम पर धोखाधड़ी करके या उन लोगों को विश्वास में लेकर उनके गिफ्ट कार्ड की जानकारी हासिल कर सारी धनराशी अपने खातों में ट्रासॅफर करा लेते थे। इस तरह डॉलर में रकम प्राप्त करके भारत में करोड़ो रूपये प्रतिमाह कमाते है।

चूकिः शिकायतकर्ता विदेश में होते हैं वो शिकायत अपने देश में कराते हैं जो कि, भारत की लॉ इनफोर्समेन्ट एजेन्सियों तक नहीं आ पाती है जिससे इनके विरूद्ध वैधानिक कार्यवाही नहीं हो पा रही थी और इस प्रकार कॉल सेन्टर भारत में केवल रात को ही संचालित होते हैं क्योंकि अमेरिका और अन्य यूरापियों देशों में उस समय दिन होता है। इस तरह के कृत्य से भारत देशों के लोगों की छवि भी धूमिल हो रही थी.

संयुक्त टीम की कार्रवाई

इस सूचना पर प्रभारी एसटीएफ द्वारा एस0टी0एफ0 के अपर पुलिस अधीक्षक स्वन्त्रत कुमार एवं पुलिस उपाधीक्षक अकुंश मिश्रा के नेतृत्व में निरीक्षक पकंज पोखरियाल, उप निरीक्षक उमेश कुमार एवं DOT(Department Of Telecommunication) एवं साईबर पुलिस थाना देहरादून तथा थाना बसन्तबिहार की एक संयुक्त टीम का गठन किया गया। टीम ने 14 जनवरी की देर रात बसन्त विहार थाना क्षेत्रान्तर्गत क्वीन्स टावर पर फर्जी अन्तराष्ट्रीय कॉल सेन्टर पर दबिश देकर भंडा फोड़ किया।

पूछताछ में आरोपियों ने किया खुलासा

पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वो पहले दिल्ली में काम करते थे। जिसके बाद में उन्होंने सीनियर जो की दिल्ली और नोएडा में रहते हैं, उनके द्वारा हमें प्रदान किये गये डेटाबेस के आधार पर वो लोग देहरादून से इस कॉल सेन्टर से संयुक्त राज्य अमेरिका में निवासरत सीनियर सिटीजन एवं विकलांग व्यक्तियों को फोन करके उनके साथ इस प्रकार की धोखाधड़ी कर उनकी धनराशि अपने सीनियरों के खातों में ट्रान्सफर करवाते थे। पूछताछ में पता चला कि उनके मुख्य सहयोगी उनको जो डेटाबेस उपलब्ध कराते हैं जिस पर उनको एक निर्धारित लक्ष्य दिया जाता है जो की उनको पूरा करना होता है औऱ उनके वेतन और कमीशन दिया जाता है। सभी व्हाटसअप ग्रुप के माध्यम से जुडे रहते हैं।

कॉल सेन्टर की दीवारों पर लगी थी कई घड़ियां

पूछताछ में कई करोड़ रुपयों की धनराशि का अवैध लेनदेन की बात भी सामने आई हैं। जिससे निकट भविष्य में दिल्ली में निवासरत घटना के अन्य मास्टरमाईन्डों द्वारा संचालित किये जा रहे पूरे गिरोह का भी भण्डाफोड़ हो सकता है। उपरोक्त घटना के सम्बन्ध में थाना वसन्त विहार पर विभिन्न धाराओं में मुकद्दमा पंजीकृत किया गया है। कार्यवाही के दौरान पाया गया कि कॉल सेन्टर की विभिन्न दीवारों पर लगी तीन दीवार घड़ियों पर अलग-अलग समय प्रदर्शित हो रहा था, जिससे स्पष्ट था कि घड़ियों में जो समय प्रदर्शित हो रहा था वह अलग-अलग देशों का टाईम जोन देखने के लिए प्रयोग की जा रही थी। वर्तमान में अभियुक्तगण प्रगतिविहार अपार्टमेन्ट बसन्त बिहार में किराये के फ्लैट में निवास करते थे।

गिरफ्तार आरोपी
1- दानिश अत्री पुत्र चन्दू अत्री उम्र 25 वर्ष, निवासी विष्णु गार्डन नई दिल्ली।
2-संदीप गुप्ता पुत्र रामनैन गुप्ता उम्र 22 वर्ष निवासी मंगोलपुरी नई दिल्ली
3-अर्चित विलफ्रिड पुत्र सुरक्षित रोनेन उम्र 26 वर्ष निवासी शनि मन्दिर कैनाल रोड देहरादून
4-नारायण अधिकारी पुत्र जग पाराशर अधिकारी उम्र 21 वर्ष निवासी सैक्टर 07 रोहिणी नई दिल्ली
5-आयुष्मान मल्होत्रा पुत्र अजय मल्होत्रा उम्र 27 वर्ष निवासी षाहदरा नई दिल्ली

बरामदगी
1-21 कम्पयूटर मय सीपीयू
2-08 मोबाईल फोन
3-01 आई पैड
4-01 Wi-Fi
5- रू0 4,34,000/-(चार लाख चैतीस हजार) नकद
6-01 Fortuner Car
7-03 अदद घड़ी (इन्टरनेशनल टाईम जोने देखने के लिए

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