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इंटर्न डॉक्टरों से मिला, आप का प्रतिनिधिमंडल, सरकार से की मांग, जल्द बढ़ाएं स्टाइपेंड

Dehradun - Aam Aadmi Party delegation today met the intern doctors who were agitating for the stipend at the site of the dharna. AAP's delegation along with AAP spokesperson Naveen Pirshali and Uma Sisodia, Yogendra Chauhan met them and demanded that the demands of the intern doctors should be accepted soon. During this, AAP spokesperson Naveen Pirshali said, in both the waves of corona epidemic, these doctors worked like front line warriors without caring for their lives and the most surprising thing is that these doctors were getting only 7500 monthly in the name of stipend. It is given which is the lowest among the states of the whole of India and these intern doctors are sitting on dharna for these demands. While meeting the AAP delegation, the intern doctors told that they have three demands, for which they are sitting on a dharna, the first demand should be to increase the stipend of 7500 monthly to 23,500, second they should get incentives for the work done during Kovid and all these should be insured because Kovid During this many of his companions became ill. The AAP spokesperson said, their demands are justified and the government should immediately accept their demands by taking a decision on it. At the same time, AAP spokesperson Uma Sisodia said, this government is completely anti-employee government. The youth are unemployed in the state, the workers are forced to agitate on the streets and now it has become a compulsion for the intern doctors, who have played the role of front line warriors in Corona, to sit on dharna for their stipend and other just demands. Uma Sisodia said that the government should accept their legitimate demands at the earliest so that the intern doctor sitting on the dharna can return to work again. During this, along with AAP spokesperson Naveen Pirshali, Uma Sisodia, Yogendra Chauhan, Seema Rawat, Archit Kukreti were present in the delegation.

देहरादून – स्टाइपेंड को लेकर आंदोलन कर रहे इंटर्न डॉक्टरों से आज आम आदमी पार्टी के प्रतिनिधिमंडल ने धरने स्थल पर जाकर मुलाकात की। आप प्रवक्ता नवीन पीरशाली और उमा सिसोदिया,योगेंद्र चौहान के साथ आप के प्रतिनिधिमंडल ने इनसे मुलाकात कर इनकी मांगो को जायज बताते हुए सरकार से मांग की जल्द ही इंटर्न डॉक्टरों की मांगे मानी जाए।

इस दौरान आप प्रवक्ता नवीन पीरशाली ने कहा,कोरोना महामारी की दोनों लहरों में इन डॉक्टरों ने फ्रंट लाइन वॉरियर्स की तरह अपनी जान की परवाह किए बिना काम किया और सबसे ज्यादा ताज्जुब इस बात का है कि इन डॉक्टरों को स्टाइपेंड के नाम पर महज  7500 मासिक दिया जाता है जो कि पूरे भारतवर्ष के राज्यों में सबसे कम है और इन्हीं मांगो को लेकर ये इंटर्न डॉक्टर धरने पर बैठे है ।

आप प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात करते हुए इंटर्न डॉक्टरों ने बताया, उनकी तीन मांगे हैं जिसको लेकर वो धरने पर बैठे हैं पहली मांग स्टाइपेंड 7500 मासिक बढ़ाकर 23,500 किया जाय,दूसरा कोविड के दौरान किए काम का इनको इंसेंटिव मिले और इन सबका इंश्योरेंस किया जाय क्योंकि कोविड के दौरान इनके कई साथी बीमार हो गए थे।  आप प्रवक्ता ने कहा ,इनकी मांगे जायज है और सरकार को तुरंत इसपर फैसला लेकर इनकी मांगो को मानना चाहिए।

वहीं आप प्रवक्ता उमा सिसोदिया ने कहा,ये सरकार पूरी तरह से कर्मचारी विरोधी सरकार है। राज्य में युवा बेरोजगार हैं कर्मचारी सड़कों पर आंदोलन को मजबूर हैं और अब कोरोना में फ्रंट लाइन वॉरियर्स की भूमिका निभा चुके इंटर्न  डॉक्टरों को भी अपनी स्टाइपेंड समेत अन्य जायज  मांग को लेकर धरने पर बैठना उनकी मजबूरी बन चुका है। उमा सिसोदिया ने कहा,सरकार जल्द से जल्द इनकी  जायज मांगों को माने ताकि धरने पर बैठे इंटर्न डॉक्टर फिर से काम पर लौट सके।इस दौरान प्रतिनिधिमंडल में आप प्रवक्ता नवीन पीरशाली,उमा सिसोदिया,योगेंद्र चौहान के साथ,सीमा रावत,अर्चित कुकरेती मौजूद थे।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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